नई दिल्ली: रूसी सेना ने शुरुआती आक्रमण में ही यूक्रेन में मौजूद दुनिया के सबसे बड़े विमान को नष्ट कर दिया था. अब फिर से इस विमान को पुनर्निर्माण करने की योजना बनाई जा रही है। रूसी सेना ने शुरुआती आक्रमण में ही यूक्रेन में मौजूद दुनिया के सबसे बड़े विमान को नष्ट कर दिया […]
नई दिल्ली: रूसी सेना ने शुरुआती आक्रमण में ही यूक्रेन में मौजूद दुनिया के सबसे बड़े विमान को नष्ट कर दिया था. अब फिर से इस विमान को पुनर्निर्माण करने की योजना बनाई जा रही है।
रूसी सेना ने शुरुआती आक्रमण में ही यूक्रेन में मौजूद दुनिया के सबसे बड़े विमान को नष्ट कर दिया था. अब फिर से इस विमान को पुनर्निर्माण करने की योजना बनाई जा रही है. राज्य के स्वामित्व वाली एंटोनोव कंपनी द्वारा सोमवार को फेसबुक पर पोस्ट किए गए एक बयान के मुताबिक उसने दूसरे एंटोनोव एएन-225 कार्गो विमान पर डिजाइनिंग का काम शुरू कर दिया है. यूक्रेन में मिरिया को “सपना” के रूप में भी जाना जाता है। हालांकि एंटोनोव ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि विस्तृत जानकारी तभी दी जाएगी जब रूस और यूक्रेन के बीच पूर्ण रुप से युद्ध समाप्त हो जाएगा।
कीव के पास एक हवाई क्षेत्र में मरम्मत के दौरान फरवरी में नष्ट हुए दुनिया के सबसे बड़ा विमान को पुनर्निर्माण करने के लिए कई तरह की रुकावटें हैं. एंटोनोव का कहना है कि 290-फीट पंखों वाले विशाल विमान को पुनर्निर्माण करने के लिए कम से कम 40,88,87,50,000 रुपये (500 मिलियन डॉलर) खर्च होंगे. लेकिन सबसे जरुरी बात यह है कि पैसों का जुगाड़ कहां से किया जाएगा. क्योंकि रूस के हमले के बाद से यूक्रेन की अर्थव्यवस्था निचले स्तर पहुंच गई है।
एंटोनोव की मूल कंपनी, राज्य द्वारा संचालित उक्रोबोरोनप्रोम ने शुरू में विमान के विनाश होने के बाद कहा था कि इसे तैयार करने में पांच साल से अधिक समय लगेगा और इसकी लागत लगभग $ 3 बिलियन से अधिक होगी. गौरतलब है कि दिसंबर 1988 में पहली बार छह इंजन वाले जेट ने उड़ान भरी थी।