नई दिल्ली: रूस -यूक्रेन के बीच फरवरी 2022 से शुरू जंग अभी भी जारी है. इसी बीच खबर आई कि यूक्रेन नें रूस के क्रीमिया और मॉस्को पर ड्रोन से हमला कर दिया था. इस पर रूस ने कहा है कि यूक्रेन द्वारा किए गए हमले को रूस के एयर डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर […]
नई दिल्ली: रूस -यूक्रेन के बीच फरवरी 2022 से शुरू जंग अभी भी जारी है. इसी बीच खबर आई कि यूक्रेन नें रूस के क्रीमिया और मॉस्को पर ड्रोन से हमला कर दिया था. इस पर रूस ने कहा है कि यूक्रेन द्वारा किए गए हमले को रूस के एयर डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया है. रूस के रक्षा मंत्रालय की तरफ से इसको आतंकी हमला करार दिया गया. वहीं अमेरिका की तरफ से कहा गया कि अभी तक यूक्रेन ने रूस से अपनी 50 प्रतिशत जमींन को छुड़ा लिया है.
विदेशी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन की तरफ से क्रीमिया के ओकटियाब्रस्के शहर पर ड्रोन हमला किया गया है. क्रीमिया प्रमुख सर्गेई ने हमले की जानकारी दी उन्होंने बताया कि ये हमला गोला-बारूद डिपो पर किया गया. हमले के कारण आस -पास के इलाकों को खाली करने का आदेश दे दिया गया है.
रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध में सबके अपने अलग-अलग दावे हैं. रूस के राष्ट्रपति पुतिन नें दावा किया कि उन्होंने यूक्रेन के हमले को नाकाम कर दिया है. वहीं अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की तरफ से दावा किया गया है कि, यूक्रेन ने रूस के कब्जे वाली 50 प्रतिशत जमीन को वापस लेने में कामयाब हो गई है. एक इंटरव्यू में ब्लिंकन ने कहा कि यूक्रेन बहुत मुश्किल लड़ाई लड़ रहा है.
यूक्रेन के विदेश मंत्री ओलेस्की रेजनिकोव ने कहा कि अगले साल जुलाई महीना यूक्रेन के लिहाज से काफी अहम है. क्यों कि साल 2024 में संगठन के 75 साल पुरे होने वाले हैं. ऐसे में यूक्रेन नाटो समिट में संगठन के सदस्य बन सकता है. हालांकि नाटो के सदस्य देशों का कहना है कि युद्ध के बीच यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनाया जा सकता है.
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