नई दिल्ली: इजराइल-हमास के बीच कई दिनों से लगातार युद्ध जारी है. इस बीच यूरोपीय यूनियन ने बड़ा बयान दिया है. ईयू का कहना है कि सदस्य देशों को शरणार्थियों और प्रवासियों की सही तरीके से स्क्रीनिंग करनी चाहिए. इसके अलावा देश की सुरक्षा में किसी तरह का खतरा महसूस होते ही संबंधित लोगों को […]
नई दिल्ली: इजराइल-हमास के बीच कई दिनों से लगातार युद्ध जारी है. इस बीच यूरोपीय यूनियन ने बड़ा बयान दिया है. ईयू का कहना है कि सदस्य देशों को शरणार्थियों और प्रवासियों की सही तरीके से स्क्रीनिंग करनी चाहिए. इसके अलावा देश की सुरक्षा में किसी तरह का खतरा महसूस होते ही संबंधित लोगों को तुरंत देश से बाहर निकालना चाहिए.
यूरोपीय यूनियन के न्याय और आंतरिक मंत्रियों ने बीते गुरुवार को लक्जमबर्ग में एक बैठक की. इस बैठक के दौरान फ्रांस और ब्रुसेल्स में हुए घातक हमलों के बाद उठाए जाने वाले महत्वपूर्ण कदमों पर चर्चा की गई. बैठक में यूरोपीय यूनियन के प्रवासन आयुक्त यल्वा जोहानसन ने कहा कि हमें सबसे पहले तो यह सुनिश्चित करना होगा कि संघ आतंकी खतरों से सुरक्षित हो. उन्होंने कहा कि जिन लोगों से ईयू की सुरक्षा को खतरा है. उनको तुरंत उनके मूल देश वापस भेजा जाना चाहिए. साथ ही हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश में कोई हिंसक इस्लामोफोबिया या फिर हिंसक यहूदी विरोधी भी न हो. जिससे हमारे नागरिक देश में सुरक्षित महसूस करें. बता दें हमास द्वारा इजराइल के खिलाफ शुरू किए गए हमले के बाद ईयू की यह पहली बैठक थी. जिसमें युद्ध पर भी चर्चा की गई.
हाल ही में ब्रसेल्स में गोलीबारी की घटना हुई थी. जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी. इसको लेकर ब्रसेल्स के पुलिस अधिकारी ने बताया कि गोलीबारी में मारे गए दोनों लोग स्वीडेन के नागरिक थे. इस घटना के बाद बेल्जियम के पीएम अलेक्जेंडर डी क्रू ने मृतकों के रिश्तेदारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा कि मैं स्थिति पर बहुत करीब से नजर रख रहा हूं. साथ ही उन्होंने ब्रसेल्स के लोगों से सतर्क रहने के लिए कहा है. रिपोर्ट के मुताबिक हमले के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था. जिसमें हमलावर ने कहा कि मेरा नाम अब्देसालेम अल गुइलानी है और मैं अल्लाह का एक सेनानी हूं.
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