नई दिल्ली: अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में भारत के संविधान निर्माता डॉ. बीआर आंबेडकर की सबसे ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में भारतवंशी लोग मौजूद रहे. प्रतिमा के अनावरण के समय उन्होंने जय भीम के नारे भी लगाए. बता दें डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा का नाम स्टैच्यू ऑफ […]
नई दिल्ली: अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में भारत के संविधान निर्माता डॉ. बीआर आंबेडकर की सबसे ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में भारतवंशी लोग मौजूद रहे. प्रतिमा के अनावरण के समय उन्होंने जय भीम के नारे भी लगाए. बता दें डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा का नाम स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी दिया गया है. डॉ. आंबेडकर की यह प्रतिमा वॉशिंगटन डीसी के मेरीलैंड उपनगर में स्थापित की गई है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रतिमा के अनावरण के वक्त हल्की बारिश हो रही थी. इसके बावजूद लोग भारी संख्या में उपस्थित हुए और उनके उत्साह में कोई कमी नहीं थी. भारत के साथ पूरे अमेरिका से भी लोग प्रतिमा के अनावरण के वक्त मेरीलैंड में मौजूद रहे. कई लोग तो तक़रीबन 10-12 घंटे का सफर करके वहां उपस्थित हुए थे. रिपोर्ट के मुताबिक इस मौके पर करीब पांच सौ भारतीय मूल या भारत के लोग मौजूद रहे. आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर के अध्यक्ष राम कुमार ने इस मौके पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि इसे स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी का नाम दिया गया है. क्योंकि भारत के साथ ही हर जगह असमानता अलग-अलग रूप में मौजूद है.
विदेशी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रसिद्ध मूर्तिकार और कलाकार राम सुतार ने डॉ. भीम राव आंबेडकर की मूर्ति को बनाया है. बता दें राम सुतार वही मूर्तिकार हैं जिन्होंने नर्मदा स्थित सरदार पटेल की मूर्ति बनाने का काम किया है. आंबेडकर की इस प्रतिमा को स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी नाम से जाना जाएगा. बता दें कि अमेरिका के मैरीलैंड राज्य के एकोकीक शहर में 19 फीट के प्रतिमा की स्थापना की गई है. इसको लेकर आयोजकों ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी बाबा साहब की शिक्षाओं और के संदेशों को दुनिया भर में प्रदर्शित करने का काम करेगा.
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