Hijab Row: हिजाब की चिंगारी अब तुर्की तक पहुंची, सिंगर ने स्टेज शो में काटे अपने बाल

इस्तांबुलः हिजाब पहनने की अनिवार्यता को लेकर शुरू हुई विरोध की लहर थमने का नाम नहीं ले रही है। हिजाब को लेकर विरोध प्रदर्शन पहली बार नहीं है। इस बार ईरान में एक महिला को हिजाब नहीं पहनना उसकी मौत का कारण बना। जिसके चलते हिजाब से जुड़े कानून का विरोध हुआ। जिसे अब वैश्विक […]

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Hijab Row: हिजाब की चिंगारी अब तुर्की तक पहुंची, सिंगर ने स्टेज शो में काटे अपने बाल

Satyam Kumar

  • September 28, 2022 2:24 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

इस्तांबुलः हिजाब पहनने की अनिवार्यता को लेकर शुरू हुई विरोध की लहर थमने का नाम नहीं ले रही है। हिजाब को लेकर विरोध प्रदर्शन पहली बार नहीं है। इस बार ईरान में एक महिला को हिजाब नहीं पहनना उसकी मौत का कारण बना। जिसके चलते हिजाब से जुड़े कानून का विरोध हुआ। जिसे अब वैश्विक मंचो से समर्थन भी मिलने लगा है।

तुर्की में सिंगर ने अपने बाल काटे

बीती रात की घटना है, जहां तुर्की की प्रसिद्ध गायिका मेलेक मोसो ने अपने स्टेज शो के दौरान एक हैरतअंगेज कारनामा किया। गायिका ने हिजाब के विरोध में अपने बाल काट लिए। बाल काटने का यह वीडियो पूरी दुनिया में तेजी से वायरल हो रहा है। इसी के साथ ही तुर्की की यह गायिका ईरान में चल रहे हिजाब विरोधी प्रदर्शनों को अपना समर्थन दिया है।

कौन हैं मेलोक मोसो

तुर्की की यह गायिका अपने इस फैसले के चलते इंटरनेट सेनसेशन बन गई है। 11 नवंबर 1988 को तुर्की में जन्मी मेलेक मोसो सुप्रसिद्ध पॉप सिंगर हैं। इस पॉप-रॉक सिंगर ने तुर्की में “केक्लिक गिबी” जैसे सुपरहिट गाने गाए हैं। साथ ही अनेक अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों के साथ भी काम किया है। वो तुर्की की एक बड़ी स्टार ने अपना पहला गाना सिर्फ 7 साल की उम्र में ही लिखा था। उनके कार्यक्रम में लोगों की बड़ी भीड़ रहती है।

हिजाब पर बने सख्त कानून

ईरान में 1979 की इस्लामी क्रांति आई। इस साल के बाद महिलाओं के पहनावे को लेकर काफी प्रतिबंध लगाने के साथ हिजाब की अनिवार्यता भी लागू कर दी गई। वहीं 1979 से पहले ईरान की महिलाएं सार्वजनिक रूप से पश्चिमी शैली के कपड़े पहन सकती थी। साथ ही महिलाएं पुरूषों की तरह हेयर कटिंग सैलून में जा सकती थी। इस्लामिक क्रांति के बाद महिलाओं का सैलून में दिखना बंद हो गया।

 

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