नई दिल्ली: यूरोप के देश स्लोवाकिया में आम चुनाव का परिणाम आ चुका है. इस चुनाव के नतीजे बता रहे हैं कि स्लोवाकिया में रॉबर्ट फिको के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनने जा रही है. गौरतलब है कि रॉबर्ट फिको पर रूस का समर्थक होने का आरोप लगाया जाता रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक […]
नई दिल्ली: यूरोप के देश स्लोवाकिया में आम चुनाव का परिणाम आ चुका है. इस चुनाव के नतीजे बता रहे हैं कि स्लोवाकिया में रॉबर्ट फिको के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनने जा रही है. गौरतलब है कि रॉबर्ट फिको पर रूस का समर्थक होने का आरोप लगाया जाता रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने अपने चुनाव प्रचार के दौरान एलान भी किया था कि अगर स्लोवाकिया में उनकी सरकार बनती है तो वो यूक्रेन को दी जा रही सैन्य मदद समेत अन्य सहायता भी बंद कर देंगे.
स्लोवाकिया में आम चुनाव का परिणाम आ चुका है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि लोकप्रिय नेता और पूर्व पीएम रॉबर्ट फिको चौथी बार पीएम बन सकते हैं. बता दें कि रॉबर्ट फिको की वामपंथी पार्टी स्मेर को इस चुनाव में 22.9 प्रतिशत वोट मिले हैं. ऐसे में 150 सांसदों वाली स्लोवाकिया की संसद में स्मेर पार्टी को 42 सीटें मिलेंगी. रिपोर्ट के मुताबिक स्मेर पार्टी अगर गठबंधन बनाने में सफल हो जाती है तो 59 वर्षीय रॉबर्ट फिको चौथी बार स्लोवाकिया के पीएम बन सकते हैं. बता दें कि स्लोवाकिया की राष्ट्रपति जुजाना कापुतोवा संयुक्त राज्य अमेरिका की समर्थक मानी जाती हैं. इसको लेकर रॉबर्ट फिको पहले ही उन पर अमेरिका की एजेंट होने का आरोप लगा चुके हैं.
रॉबर्ट फिको की वामपंथी पार्टी स्मेर को इस चुनाव में 22.9 प्रतिशत वोट मिले हैं. ऐसे में फिको पीएम पद की रेस में सबसे आगे चल रहे हैं. बता दें कि
फीको के पूर्व सहयोगी और वामपंथी हलास पार्टी के प्रमुख पीटर पेलेग्रनी को इस चुनाव में 14.7 फीसदी वोट मिले हैं. साल 2020 में एक चुनाव के दौरान विवाद के चलते फिको से पीटर ने अपना नाता तोड़ लिया था. अब ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि हलास पार्टी फीको को समर्थन दे सकती है. इसके अलावा रूस समर्थक एक और पार्टी स्लोवाक नेशनल पार्टी को कुल 10 सीटों पर जीत मिली है. यह पार्टी भी फीको को समर्थन दे सकती है.
न्यूज क्लिक के पत्रकारों के घर पर छापेमारी, चीनी फंडिंग के आरोप में पूछताछ जारी