नई दिल्ली: रोहिंग्या समूह द्वारा म्यांमार में 99 हिंदुओं की हत्या अंतरराष्ट्रीय अपराध की श्रेणी में आ सकता है. मानवाधिकार उल्लंघनों की जांच कर रहे संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने एक बयान में ये बात कही है. म्यांमार के लिए स्वतंत्र जांच तंत्र के प्रमुख निकोलस कौमजियान से कहा कि जिस घटना के बारे […]
नई दिल्ली: रोहिंग्या समूह द्वारा म्यांमार में 99 हिंदुओं की हत्या अंतरराष्ट्रीय अपराध की श्रेणी में आ सकता है. मानवाधिकार उल्लंघनों की जांच कर रहे संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने एक बयान में ये बात कही है. म्यांमार के लिए स्वतंत्र जांच तंत्र के प्रमुख निकोलस कौमजियान से कहा कि जिस घटना के बारे में हम बात कर रहे हैं वो बहुत गंभीर है. उन्होंने कहा कि एक साथ लगभग 100 लोगों का नरसंहार स्पष्ट रूप से डराने वाला है. साथ ही यह नरसंहार अंतरराष्ट्रीय अपराध की श्रेणी में आ सकता है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक अराकन रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी (ARSA) ने साल 2017 के अगस्त महीने में म्यांमार के राखीन राज्य में 99 हिंदु पुरुषों, बच्चों और महिलाओं की हत्या कर दी थी. साथ ही कई हिंदू ग्रामीणों का अपहरण कर बंधक बना लिया था. बता दें अराकन रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी का नेतृत्व कराची मे पैदा हुआ रोहिंग्या अताउल्लाह अबू अम्मार जूनुनी कर रहा है.
म्यांमार में हिंदुओं के नरसंहार की पुष्टि होने के 3 साल बाद संयुक्त राष्ट्र का बयान आया है. इस बयान के सामने आने के बाद विदेशी मीडिया के एक पत्रकार ने संयुक्त राष्ट्र के जांचकर्ता से इस नरसंहार को लेकर सवाल किया. पत्रकार ने उनसे सवाल किया कि क्या आप राज्य में रोहिंग्या द्वारा किए दूसरे अपराधों की भी जांच कर रहे हैं. जिस तरह से 99 हिंदुओं के नरसंहार की पुष्टि की गई है. आपके पास इसको लेकर रिपोर्ट करने के लिए कुछ है. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि हम उपद्रवी तत्वों की कार्रवाइयों पर नजर रख रहे हैं. जिस घटना की आप बात कर रहे हैं वह विशेष घटना ध्यान देने योग्य है.
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