नई दिल्ली। बांग्लादेश में कुछ दिनों की शांति के बाद कट्टरपंथी अपने असली रूप में वापस आ गए हैं। बीती रात बांग्लादेश में फिर हिंसा भड़क उठी है। हिंसा में अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के कार्यकर्ताओं समेत निर्दोष हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। बुधवार रात करीब 8 बजे दंगाइयों की भीड़ ढाका के धानमंडी इलाके में शेख मुजीबुर रहमान के घर में घुसकर तोड़फोड़ और आगजनी की। दरवाजे पर लगे शेख मुजीबुर रहमान के भित्ति चित्र को तोड़ दिया गया है। इस दौरान भड़काऊ नारे भी लगाए गए। ये दंगे पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के संबोधन के बाद हुए।
शेख हसीना का विरोध करने के साथ दंगाई भीड़ ने हिंदुओं पर भी हमले किए। बांग्लादेश में राजशाही जिले के फुदकी पारा गांव में कट्टरपंथियों की भीड़ ने हिंदुओं के घरों पर हमला कर दिया। इस दौरान सरस्वती प्रतिमा को तोड़ दिया गया और वहां स्थापित मंडल को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। वहीं, पोटुआखाली जिले के एक मुस्लिम युवक की प्रताड़ना से तंग आकर इति दास नाम की हिंदू लड़की ने आत्महत्या कर ली। आपको बता दें पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद से ही हिंदुओं पर अत्याचार का सिलसिला जारी है। इससे पहले भी कट्टरपंथी मुसलमानों ने कई हिंदुओं की हत्या की है।
बांग्लादेश में हिंसा को लेकर अपदस्थ पीएम शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस पर तीखा हमला बोला है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अवामी लीग के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ‘बांग्लादेश विघटनकारी तत्वों के शासन में एक आतंकवादी देश बन गया है। निर्दोष लोगों और अल्पसंख्यकों की हत्या की जा रही है। उनकी संपत्तियों को जलाया जा रहा है। मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में लोगों की आवाज को दबाया जा रहा है।’
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