रूस-यूक्रेन संकट नई दिल्ली, भारत के विदेश मंत्री 11-12 अप्रैल को अमेरिका के दौरे पर रहने वाले हैं. जहां 11 तारीख को भारत और अमेरिका के बीच वॉशिंगटन डीसी में 2+2 डॉयलॉग आयोजित होने जा रहा है. भारतीय प्रतिनिधिमंडल इस संबंध में भारत का नेतृत्व भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, और रक्षा मंत्री राज […]
नई दिल्ली, भारत के विदेश मंत्री 11-12 अप्रैल को अमेरिका के दौरे पर रहने वाले हैं. जहां 11 तारीख को भारत और अमेरिका के बीच वॉशिंगटन डीसी में 2+2 डॉयलॉग आयोजित होने जा रहा है.
इस संबंध में भारत का नेतृत्व भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, और रक्षा मंत्री राज नाथ सिंह भारतीय प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व करेंगे. इस बात की जानकारी भारत विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने दी है. उन्होंने बताया इस 2+2 डायलॉग से पहले भारतीय विदेश मंत्री अमेरिकी विदेश मंत्री से भी बातचीत करेंगे. इस मुलाकात के अलावा भारतीय विदेश मंत्री का भारत-अमेरिका के रणनीतिक संबंधों को और आगे बढ़ाने और बाइडन सरकार के और भी मंत्रियों से मिलने का कार्यक्रम भी बनाया है.
आपको बता दें भारत का अमेरिकी दौरा उस समय में किया जा रहा है जब रूस के यूक्रेन पर रवैये को लेकर भारत और अमेरिका दोनों अलग थलग राय रखते हैं. अमेरिका ने रूस पर कई कड़े प्रतिबन्ध लगाए हैं. सभी पश्चिमी देश भी रूस की इस युद्ध निति का विरोध कर रहे हैं. अमेरिका द्वारा रूस के राष्ट्रपति पुतिन की बेटियों समेत उसके नज़दकीयों पर भी प्रतिबन्ध लगा दिए गए हैं.
पिछले दिनों रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ़ भी भारत के दौरे पर थे. जहां उन्होंने कहा था कि इस युद्ध का प्रभाव किसी भी तरह रूस और भारत की पार्टनरशिप पर नहीं पड़ना चाहिए. जहां रूस के विदेश मंत्री द्वारा दूसरों पर अपनी तरह की नीतियों को लेकर दबाव बनाने का आरोप भी लगाया गया. इसके अलावा उन्होंने भारत द्वारा इस पूरे मामले में एक तरफ़ा निर्णय न लेने की भी बात कही थी.