इस माफिया डॉन के पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया गया, सारी दुनिया थी परेशान

नई दिल्ली : अगर कोई पूछे आतंकी अड्डा कहां है तो पहले आप के दिमाग में एक ही नाम सुझेगा वो है पाकिस्तान। जब भी पाकिस्तान की चर्चा होती है तो उसके तार आतंकिवादियों से जुड़ जाते हैं। पाकिस्तान का एक ट्रक ड्राइवर का परिवार पाकिस्तान का सबसे बड़ा माफिया गिरोह बन गया। आइए जानते […]

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इस माफिया डॉन के पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया गया, सारी दुनिया थी परेशान

Manisha Shukla

  • September 17, 2024 5:38 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 months ago

नई दिल्ली : अगर कोई पूछे आतंकी अड्डा कहां है तो पहले आप के दिमाग में एक ही नाम सुझेगा वो है पाकिस्तान। जब भी पाकिस्तान की चर्चा होती है तो उसके तार आतंकिवादियों से जुड़ जाते हैं। पाकिस्तान का एक ट्रक ड्राइवर का परिवार पाकिस्तान का सबसे बड़ा माफिया गिरोह बन गया। आइए जानते है कैसे बना माफिया डॉन।

 

माफिया की हत्या

आपने पाकिस्तान से आने वाले आतंकवादियों के बारे में तो खूब सुना होगा। क्या आप पाकिस्तान के सबसे बड़े माफिया और अंडरवर्ल्ड डॉन बलाज टीपू और उसके परिवार के बारे में जानते हैं। इसी साल फरवरी के महीने में पाकिस्तान के लाहौर से खबर आई थी कि अंडरवर्ल्ड डॉन बलाज टीपू की हत्या कर दी गई। दरअसल बलज एक शादी में गए थे जहां उन्हें कुछ अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी।

 

शेर पालने वाला डॉन

आपको जानकर हैरानी होगी कि बलाज के पिता और दादा भी पाकिस्तान के अंडरवर्ल्ड डॉन थे। बलाज टीपू के पिता आरिफ आमिर के बारे में कहा जाता है कि वह अपने समय का इतना बड़ा माफिया डॉन था कि उसका प्रभाव पाकिस्तान ही नहीं बल्कि दूसरे देशों में भी था। आरिफ जब भी कहीं जाता था तो अपनी पूरी फौज के साथ जाता था। यहां तक ​​कि जिस घर में वह रहता था, उसमें भी उसने करीब 10 शेर पाल रखे थे। उसके बारे में कहा जाता है कि वह शेरों को ऐसे पालता था जैसे आम आदमी बिल्लियों को पालता है।

दादा की भी हुई थी हत्या

बलाज की तरह ही उनके पिता आमिर की भी वर्ष 2010 में हत्या कर दी गई थी। जनवरी 2010 में लाहौर के अल्लामा इकबाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पार्किंग क्षेत्र में आरिफ आमिर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बलाज के दादा बिल्ला ट्रकनवाला भी पाकिस्तान के बड़े माफिया थे। ये लोग ट्रांसपोर्ट के धंधे से आगे बढ़े और इसकी आड़ में अवैध धंधे करने लगे। अपने बेटे और पोते की तरह बिल्ला ट्रकनवाला को भी अज्ञात लोगों ने गोली मार दी थी। टीपू बलाज की हत्या के बारे में कहा जाता है कि इसमें उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी लाहौर के ग्वालमंडी इलाके के गोगी बट और तीफी बट, मलिक एहसान और आबिद बॉक्सर थे।

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