नई दिल्ली। भीषण भूकंप ने म्यांमार में गृह युद्ध को रोक दिया है। विद्रोहियों ने अपनी बंदूकें रख दी हैं और वो राहत-बचाव कार्य में जुट गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कई विद्रोही गुटों ने सड़कों पर आकर राहत अभियान शुरू कर दिया है। बता दें म्यांमार भूकंप में एक हजार से ज्यादा लोगों के मौत होने की संभावना जताई जा रही है।
कल भी आया था भूकंप
म्यांमार में कल यानी शनिवार-29 मार्च को एक बार फिर से भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) की रिपोर्ट के मुताबिक, इस भूकंप की तीव्रता 5.1 रही। भूकंप म्यांमार की राजधानी नेपीता के पास दोपहर करीब 3 बजे आया। इसकी गहराई 10 किलोमीटर थी। हालांकि आज के भूकंप की वजह से किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ।
जानें क्यों आता है भूकंप
बता दें कि हमारी धरती की सतह 7 बड़ी और कई छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से बनी हुई है। ये सारे प्लेट्स तैरती रहती है। इसी क्रम में कभी कभी वापस में टकरा जाती है। कई बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और टूटने लगते हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर निकलने के लिए जगह ढूंढने लगती है। इस कारण डिस्टर्बेंस आता है और फिर भूकंप आता है।