नई दिल्ली। डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया इस समय कमजोर चल रहा है। गुरुवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 12 पैसे टूटकर 77.74 पर बंद हुआ। इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 77.72 पर खुला, फिर फिसलकर 77.74 पर आ गया। पाकिस्तानी करेंसी का हाल तो इससे भी […]
नई दिल्ली। डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया इस समय कमजोर चल रहा है। गुरुवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 12 पैसे टूटकर 77.74 पर बंद हुआ। इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 77.72 पर खुला, फिर फिसलकर 77.74 पर आ गया। पाकिस्तानी करेंसी का हाल तो इससे भी बुरा है और दिलचस्प बात यह है कि वहां की करेंसी का नाम भी रुपया है। इस खबर को पढ़कर आपको पाकिस्तानी रुपये की असल कीमत का अंदाजा हो जाएगा।
पाकिस्तानी रुपया बुधवार को डॉलर के मुकाबले 200 के स्तर पर पहुंच गया। यानी 200 पाकिस्तानी रुपए 1 डॉलर के बराबर है। खबरों के मुताबिक इसमें 2 पाकिस्तानी रुपये की गिरावट देखी गई है। इंटरबैंक बाजार में स्थानीय मुद्रा का पतन जारी है। इंट्राडे ट्रेडिंग में इसमें 199 रुपये की गिरावट देखी गई। यह स्थिति तब है जब सेंट्रल बैंक ऑफ पाकिस्तान रुपये में गिरावट को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।
पाकिस्तानी निवेशक इस अफवाह से चिंतित हैं कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ऋण कार्यक्रम को आगे नहीं बढ़ाएगा। ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि पाकिस्तानी सरकार मनमानी पर आमादा है। वह आईएमएफ की कर्ज शर्तों को पूरा करने को लेकर गंभीर नहीं हैं। बाजार को उस राजनीतिक बैठक के नतीजे का भी इंतजार है, जो पाक पीएम शाहबाज शरीफ और उनके राजनीतिक सहयोगियों के बीच हुई थी।
विश्लेषकों का कहना है कि सरकार के रवैये से पाकिस्तानी रुपये की स्थिति और खराब होने वाली है। इंटरबैंक बाजार में डॉलर के मुकाबले यह 200 रुपये के स्तर पर बना रहेगा। अगर पाकिस्तानी सरकार बर्बाद हुए देश की राजनीतिक और आर्थिक स्थिति को नहीं संभालती है, तो स्थिति और खराब होने के संकेत दे रही है। मंगलवार को इंट्राडे ट्रेडिंग में डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये की स्थिति 195.74 थी। पाकिस्तानी सरकार के दोहा में आईएमएफ के साथ बातचीत फिर से शुरू करने से रुपये में गिरावट का स्तर जारी है। अरबों डॉलर के कर्ज को लेकर बातचीत चल रही है।