नई दिल्ली। पड़ोसी देश बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो चुका है। बीते सोमवार को भड़की हिंसा के बाद देश छोड़कर भागी हसीना के बाद वहां स्थिति बदतर हो चुकी थी। हिंसा में कई लोगों की जान चली गई। कट्टरपंथियों ने हिंदुओं के घर को जलाया, मंदिर लूटे और अल्पसंख्यंक महिलाओं के साथ बदतमीज़ी […]
नई दिल्ली। पड़ोसी देश बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो चुका है। बीते सोमवार को भड़की हिंसा के बाद देश छोड़कर भागी हसीना के बाद वहां स्थिति बदतर हो चुकी थी। हिंसा में कई लोगों की जान चली गई। कट्टरपंथियों ने हिंदुओं के घर को जलाया, मंदिर लूटे और अल्पसंख्यंक महिलाओं के साथ बदतमीज़ी की। हिंसा में चुन-चुनकर हिंदू घरों में आग लगाया गया। अत्याचार से आजिज़ होकर बांग्लादेशी हिंदू अब सड़क पर उतर आये हैं।
शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में बताया है कि बांग्लादेश के हिंदू 5 अगस्त से अपने साथियों को लेकर ढाका के शाहबाग में सड़कों पर उतर आये हैं। इनकी संख्या बढ़ती जा रही है। वो अपनी संपत्तियों और पूजा स्थलों पर हमले का विरोध कर रहे हैं। शुक्रवार को बड़ी संख्या में हिंदू समुदाय के लोगों के विरोध प्रदर्शन किया। अत्याचार के विरोध में उन्होंने ढाका के शाहबाग चौराहे तक मार्च निकाला। उन्होंने अपनी सुरक्षा की मांग की।
#Bangladesh #Hindus have taken to the streets in #Shahbagh #Dhaka to protest the attacks on their person, properties, and places of worship since Aug 5. https://t.co/Lz4wcYbScC
— Awami League (@albd1971) August 9, 2024
प्रदर्शनकारियों ने मोहम्मद यूनुस के सामने स्पष्ट कर दिया है कि वो देश छोड़कर कही नहीं जायेंगे। जिन लोगों के घर में लूटपाट की गई है, जिनकी संपत्ति जलाई गई है। सरकार उन सभी को मुआवजा दे। साथ ही जिन मंदिरों को तोड़ा गया है, उनका फिर से निर्माण कराया जाए। वो देश किसी कीमत पर छोड़ने वाले नहीं हैं। अपने अधिकार के लिए सड़क पर रहेंगे। बता दें कि शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद बांग्लादेशी मीडिया ने कई रिपोर्ट्स में बताया कि वहां पर अल्पसंख़्यकों पर हमले हो रहे हैं।
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