नई दिल्ली: कनाडा की मुसीबत कम नहीं होती दिख रही है. निज्जर की हत्या में भारत का हांथ होने का आरोप लगाने के बाद से ही कनाडा के बुरे दिन शुरू हो गए हैं. इस बार खबर आ रही है कि टेस्ला कंपनी के सीईओ एलन मस्क ने अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर कनाडा सरकार […]
नई दिल्ली: कनाडा की मुसीबत कम नहीं होती दिख रही है. निज्जर की हत्या में भारत का हांथ होने का आरोप लगाने के बाद से ही कनाडा के बुरे दिन शुरू हो गए हैं. इस बार खबर आ रही है कि टेस्ला कंपनी के सीईओ एलन मस्क ने अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर कनाडा सरकार की आलोचना की है. उन्होंने देश में अभिव्यक्ति की आजादी को कुचलने के लिए ट्रूडो सरकार की आलोचना की. दरअसल कनाडा की सरकार ने हाल ही में एक आदेश जारी किया है जिसमें कहा गया है कि ऑनलाइन प्रसारण सर्विस को संचालित करने के लिए सरकार के साथ औपचारिक रूप से रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है.
एलन मस्क ने कनाडा पर अभिव्यक्ति की आजादी को कुचलने का आरोप लगाया है. बता दें कि उन्होंने यह बात ग्रीनवाल्ड द्वारा किये गए एक्स पर एक पोस्ट के जवाब में लिखा है. बता दें कि ग्रीनवाल्ड ने सोसल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट लिखा था जिसमें कहा था कि विश्व की सबसे दमनकारी ऑनलाइन सेंसरशिप योजना पर कनाडा की सरकार ने रेगुलेटरी कंट्रोल की परमिशन देने के लिए औपचारिक रूप से सरकार से स्ट्रेशन करवाना अनिवार्य कर दिया है. ग्रीनवाल्ड की इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए एलन मस्क ने कहा कि जस्टिन ट्रूडो कनाडा में अभिव्यक्ति की आजादी को कुचलने का प्रयास कर रहे हैं यह बेहद शर्मनाक है. उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब कनाडा के पीएम ऐसा कर रहे हैं.
बता दें कि यह कोई पहला अवसर नहीं है जब जस्टिन ट्रुडो पर ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं. इससे पहले भी साल 2022 में ट्रूडो पर आरोप लगाया गया था कि वो कनाडा में लोगों की अभिव्यक्ति की आजादी को खत्म कर रहे हैं. बता दें की ये आरोप उन पर तब लगाया गया जब उन्होंने कनाडा के ट्रक ड्राइवरों के प्रदर्शन को दबाने के लिए इंमरजेंसी लगा दी थी. इस दौरान ट्रक ड्राइवर कनाडा में वैक्सीन को अनिवार्य करने के फैसले का विरोध कर रहे थे.