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बांग्लादेश में नहीं थम रहा कट्टरपंथियों का आतंक, लूटा मंदिर, पुजारी को उतारा मौत के घाट

श्मशान मंदिर की घटना पर इस्कॉन ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार पर धार्मिक अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया। शेख हसीना सरकार के पतन के बाद से देश का अल्पसंख्यक समुदाय 'लगातार अत्याचार' का सामना कर रहा है.

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  • December 22, 2024 12:01 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 hours ago

नई दिल्ली: बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, बांग्लादेश के काशिमपुर सेंट्रल श्मशान घाट स्थित एक मंदिर में न सिर्फ पुजारी की बेरहमी से हत्या कर दी गई, और मंदिर में लूटपाट भी की गई. इस्कॉन की कोलकाता इकाई ने चरमपंथियों द्वारा एक हिंदू पुजारी की ‘हत्या’ की निंदा की है. बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद लगातार हिंदुओं पर अत्याचार, हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ और ऐसी कई घटनाएं सामने आ रही हैं, लेकिन यूनुस सरकार सिर्फ मूक दर्शक बनकर देख रही है.

हिंदू श्मशान भी सुरक्षित नहीं

श्मशान मंदिर की घटना पर इस्कॉन ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार पर धार्मिक अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया। शेख हसीना सरकार के पतन के बाद से देश का अल्पसंख्यक समुदाय ‘लगातार अत्याचार’ का सामना कर रहा है. ISKCON कोलकाता के प्रवक्ता राधारमण दास ने ‘एक्स’ पर एक वीडियो पोस्ट किया और कहा, ‘बांग्लादेश के नटोर में काशिमपुर सेंट्रल श्मशान में स्थित मंदिर पर हमले के बारे में सुनकर हैरान हूं. कीमती सामान लूट लिया गया और मंदिर के सेवक तरूण चंद्र दास की बेरहमी से हत्या कर दी गई. उसके हाथ-पैर बंधे हुए मिले. यहां तक ​​कि हिंदू श्मशान घाट भी सुरक्षित नहीं हैं.

पुजारी को किया टॉर्चर

आपको बता दें कि वायरल वीडियो में पुजारी तरूण चंद्र दास का शव दिखाई दे रहा है. वीडियो में पुजारी के हाथ-पैर बंधे नजर आ रहे हैं, हालांकि मीडिया स्वतंत्र रूप से वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सका है. राधारमण दास के मुताबिक, पुजारी की हत्या से पहले उन्हें टॉर्चर किया गया था. क्योंकि उनके हाथ-पैर बंधे हुए थे. ISKCON कोलकाता के प्रवक्ता ने कहा, ‘उपद्रवियों ने मंदिर में भी लूटपाट की.’ राधारमण दास ने कहा कि बांग्लादेश पुलिस ने इस घटना को डकैती का मामला बताया है. हालांकि, यह बात सामने आई है कि कई मामलों में पुलिस खुलेआम कट्टरपंथियों का समर्थन कर रही है.

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