नई दिल्ली: बांग्लादेश में माहौल बेहद खराब चल रहा है. वहां के लोग आपस में ही लड़ते हुए दिख रहे हैं. लोग एक दूसरे पर लगातार हमला किए जा रहे है. वहीं बांग्लादेश में इस समय ‘हिफाजत-ए-इस्लाम’ मुसलमानों का सबसे बड़ा संगठन है. वहां जो हिंसा हुई है उसमें इस संगठन का नाम आया है. […]
नई दिल्ली: बांग्लादेश में माहौल बेहद खराब चल रहा है. वहां के लोग आपस में ही लड़ते हुए दिख रहे हैं. लोग एक दूसरे पर लगातार हमला किए जा रहे है. वहीं बांग्लादेश में इस समय ‘हिफाजत-ए-इस्लाम’ मुसलमानों का सबसे बड़ा संगठन है. वहां जो हिंसा हुई है उसमें इस संगठन का नाम आया है. इतना ही नहीं साल 2021 में पीएम मोदी की बांग्लादेश यात्रा का भी इस संगठन ने विरोध किया था.
बता दें कि शेख हसीना की सेकलुर नीतियों का यह संगठन विरोधी करते रहा है, हालांकि ये ऐसा इसलिए करना चाहते है, क्योंकि यह बांग्लादेश में सरिया कानून को लागू करना चाहते है. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में संगठन से जुड़े अबुल फैयाज मोहम्मद खालिद हुसैन धार्मिक मामलों में कुछ भी होता है, तो वो उसमें सलाहकार हैं. एत अखबार ने ‘हिफाजत-ए-इस्लाम’ के वाइस प्रेसिडेंट मुहिउद्दीन रब्बानी से बातचीत की. रब्बानी ने बताया कि भारत में देवबंद से पढ़ाई की हैं, यह संगठन अहमदिया मुसलमानों को भी काफी चाहता है.
उनका कहना है कि संगठन इस्लाम की हिफाजत करता है और दीन की शिक्षा लोगों तक पहुंचाता है . इंटरनेशनल लेवल पर काम करता है. सगंठन यह चाहता है कि बांग्लादेश में इस्लामी निजाम कायम हो ताकि लोगों को इंसाफ मिल सके. उन्होंने यह भी कहा कि देश में मूर्ति नहीं होना चाहिए, जो मूर्तियों बन चुकी है, उन सबको सरकार को तोड़ देना चाहिए, वहीं शेख मुजीबुर रहमान के देश में जहां-जहां मूर्तियों बनी है, उस सबको तोड़ देना चाहिए. हालांकि कैमरे के सामने उन्होंने यह कहा कि मंदिरों की मूर्तियां नहीं टूटनी चाहिए.
संगठन ने कहा कि हमें संगीत और कला बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता है, इसलिए निजामी शासन में ये सब नहीं चलेगा. महिलाओं को हिजाब में ही रहना चाहिए. आगे रब्बानी ने भारत के हिंदुओं से अपील की और कहा कि जैसे हम बांग्लादेश में मंदिरों की देखभाल कर रहे है, वैसे ही आप भारत में मुसलमानों की रक्षा करें. संगठन ने देश की अंतरिम सरकार को लेकर बड़ी बात कह दी. उन्होंने कहा कि अभी तो यह नई-नई सरकार बनी है, देखते हैं क्या करती है. हम नई सरकार चुनेंगे और उसका देश पर राज होगा.