नई दिल्ली: पाकिस्तानी वायुसेना ने अफगानिस्तान के पाकटीका प्रांत में चार स्थानों पर बमबारी की है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है। पाकिस्तानी सेना का कहना है कि इस हमले का निशाना तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के आतंकवादी ठिकाने थे। हालांकि, तालिबानी सरकार और TTP के सदस्य दावा कर रहे हैं कि इस हमले में करीब 50 लोग मारे गए हैं, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। TTP के एक कमांडर ने एक वीडियो जारी कर पाकिस्तानी सेना की तुलना इजरायल से की और धमकी दी कि वह अब जोरदार प्रतिशोध लेने के लिए तैयार हैं।

कड़ा जवाब दिया जाएगा

TTP के कमांडर ने पाकिस्तानी सेना को चेतावनी दी है कि वे अपनी कार्रवाई को “जिहाद” का हिस्सा मानते हुए जवाब देंगे। इसके साथ ही तालिबानी रक्षा मंत्रालय ने पाकिस्तान की सीमा पर हथियार और एयर डिफेंस तोपों को भेजा है। तालिबान के रक्षा मंत्री और मुल्ला उमर के बेटे, मुल्ला याकूब ने ऐलान किया है कि पाकिस्तानी सेना को इसके हमले का कड़ा जवाब दिया जाएगा।

16 पाकिस्तानी सैनिकों का बदला

अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी पाकिस्तान के काबुल स्थित दूतावास प्रभारी को तलब कर इस हमले का कड़ा विरोध किया है। पाकिस्तान ने इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक यह हमला उस समय किया गया जब TTP के आतंकवादी एक बड़ी बैठक में शामिल थे। पाकिस्तानी मीडिया का कहना है कि यह हमला उन 16 पाकिस्तानी सैनिकों की हत्या का बदला था, जिनकी हत्या TTP ने हाल ही में की थी।

पाकिस्तान ने किया स्वीकार

यह हमला मार्च में किए गए उस हमले की याद दिलाता है, जब पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों ने अफगानिस्तान के हाफिज गुल बहादुर ग्रुप को निशाना बनाया था। इस हमले के दौरान पाकिस्तान ने पहली बार स्वीकार किया था कि उसने अफगानिस्तान में हवाई हमला किया था। तालिबान इस ताजा हमले को विश्वासघात मानते हुए इसकी कड़ी निंदा कर रहा है, और उसका कहना है कि मारे गए लोग पाकिस्तान के नागरिक थे, जो शरणार्थी के तौर पर अफगानिस्तान में रह रहे थे। तालिबान सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता की रक्षा करेगी।

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