नई दिल्ली। पाकिस्तान में स्थायी सरकार को लेकर जहाँ असमंजस बना रहता है, वहीं दूसरी ओर तहरीक ए तालिबान ने पाकिस्तान मे युद्ध विराम को खत्म कर दिया है और पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की घोषणा कर दी है। हम आपको बता दें की तहरीक ए तालिबान को तालिबान का ही एक विंग […]
नई दिल्ली। पाकिस्तान में स्थायी सरकार को लेकर जहाँ असमंजस बना रहता है, वहीं दूसरी ओर तहरीक ए तालिबान ने पाकिस्तान मे युद्ध विराम को खत्म कर दिया है और पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की घोषणा कर दी है। हम आपको बता दें की तहरीक ए तालिबान को तालिबान का ही एक विंग कहा जाता है, जो पाकिस्तान की सत्ता में समय-समय पर अपना प्रभाव छोड़ता रहता है।
तहरीक ए तालिबान ने शहबाज शरीफ सरकार के साथ संघर्ष विराम की खत्म करने की औपचारिक घोषणा कर दी है। हम आपको बता दें कि, तहरीक ए तालिबान सदैव से ही पाकिस्तान की सत्ता पर काबिज होने का मंसूबा लिए रहता है, यह अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान का ही एक विंग है। जो कि पाकिस्तान में सदैव क्रियाशील रहता है और पाकिस्तानी सरकार के फैसलों एवं नियमों में भी हस्ताक्षेप करने का सामर्थ्य रखता है।
इस दौरान पाकिस्तानी सरकार एवं एजेंसियों द्वारा तहरीक ए तालिबान के लड़ाकों के खिलाफ सैन्य अभियान चलाया जा रहा है जिससे बौखलाकर तहरीक ए तालिबान ने शहबाज़ सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि, आप को जहाँ भी मन करे आप हम पर हमले कर सकते हैं, लेकिन जवाबी कार्रावाई में हमारी तरफ से भी पूरे देश मे हमले शुरू होंगे।
हम आपको बता दें कि, जून माह मे दोनों पक्षों के बीच अनिश्चित काल के लिए युद्धविराम का विस्तार करने को लेकर सहमति हुई थी।
इस दौरान इंग्लैंड की क्रिकेट टीम पाकिस्तान के दौरे में तीन टेस्ट मैच खेलने पहुंची है, हम आपको बता दें कि पूरे 17 साल बाद इंग्लैंड पाकिस्तान की धरती पर खेलने पहुंची है। और जनरल कमर जावेद बाजवा के बाद जनरल आसिम मुनीर ने भी नए सेना प्रमुख के रूप में अपना कार्यभार संभाला है।
ऐसे में पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ छेड़े जा रहे इस संघर्ष में सरकारी मेहमानों को निशाना बनाया जा सकता है।