Taliban News : स्कूल खुलते ही आया तालिबान का फरमान, फफक कर रो पड़ी छात्राएं

Taliban News  नई दिल्ली, Taliban News  अफगानिस्तान में पिछले साल के अगस्त से ही लड़कियों के स्कूल बंद करवा दिए गए थे. अब एक बार स्कूल खुलते ही लड़कियों को आशा थी कि वह अपने सपनों को पूरा कर सकेंगी. लेकिन ऐसा न हो सका. स्कूल खुलते ही तालिबान ने एक बार फिर अपना फरमान […]

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Taliban News : स्कूल खुलते ही आया तालिबान का फरमान, फफक कर रो पड़ी छात्राएं

Riya Kumari

  • March 24, 2022 6:16 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

Taliban News 

नई दिल्ली, Taliban News  अफगानिस्तान में पिछले साल के अगस्त से ही लड़कियों के स्कूल बंद करवा दिए गए थे. अब एक बार स्कूल खुलते ही लड़कियों को आशा थी कि वह अपने सपनों को पूरा कर सकेंगी. लेकिन ऐसा न हो सका. स्कूल खुलते ही तालिबान ने एक बार फिर अपना फरमान जारी कर दिया.

फफक कर रोने लगी छात्राएं

तालिबान द्वारा अफगानिस्तान के कबूल में स्कूल खोलने के केवल कुछ घंटों के बाद ही स्कूलों को बंद करवा दिया गया. हालांकि इसके पीछे की वजह को साफ़ नहीं किया गया है. काबुल के पश्चिम में स्थित इस स्कूल में काफी हलचल थी. तालिबान के फिर से कब्ज़े के बाद स्कूल पिछले साल अगस्त से बंद थे. लंबे समय बाद लड़कियों ने जैसे ही स्कूल में प्रवेश किया और डेस्कों पर से धुल हटाई की तभी तालिबान की ओर से एक और फरमान जारी कर दिया गया. जिसमें अगले आदेश तक स्कूलों को फिर बंद किया जाना था. ये सुनते ही मानों उन सभी अफगानी छात्राओं की आंखें भर आयीं. उनके सपनो पर प्रश्नचिन्ह लग गया. ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही हैं.

ट्विटर पर साझा किया जा रहा वीडियो

लड़कियों की आंखों से आसूं आने लगे और वह फफकते हुए ज़मीन पर बैठ गयीं. इन सभी दृश्यों को ट्विटर पर वीडियो द्वारा साझा किया जा रहा है. जहां अफगानिस्तान के काबुल में स्थित स्कूलों में लड़कियों को रोते हुए और अपना दुख जाहिर करते देखा जा सकता है.

संयुक्त राष्ट्र के दूत डेबोरा लियोन ने लड़कियों के लिए स्कूल बंद करने वाली इस रिपोर्ट को परेशान करने वाला बताया है. उन्होंने इस मामले में ट्वीट करते हुए कहा कि ‘यदि ये बात सच है तो इसके पीछे आखिर क्या कारण है?’ बता दें अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता काबिज़ के बाद भी कोरोना से बचाव को देखते हुए स्कूलों को बंद कर दिया गया था. लेकिन इसके कुछ महीने बाद ही छोटे बच्चों के लिए स्कूल खोल दिए गए थे. जो की अब तक बड़ी कक्षा की लड़कियों के लिए बंद हैं.

मामले पर नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला का भी ट्वीट सामने आया है. #LetAfghanGirlsLearn के साथ उन्होंने भी अफगानी लड़कियों की शिक्षा की वकालत की है.

क्या बंद होगी औपचारिक शिक्षा

इसी बीच तालिबान द्वारा स्कूलों को अचानक बंद करवाए जाने को लेकर आशंका जताई जा रही है कि तालिबान अफगानिस्तान में शिक्षा का अधिकार भी बंद करने जा रहा है. बता दें ऐसा ही तालिबान द्वारा 1996 से 2001 के बीच उसकी सत्ता के पहले साल के बीच किया गया था. अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इस मुद्दे को एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय बने हुआ है. जहां शिक्षा का अधिकार अब तालिबान शासन की सहायता और मान्यता पर बातचीत का महत्वपूर्ण बिंदु है.

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