अफगानिस्तान में तालिबान सरकार ने एक और सख्त कदम उठाते हुए शिक्षण संस्थानों में स्मार्टफोन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।
नई दिल्ली: अफगानिस्तान में तालिबान सरकार ने एक और सख्त कदम उठाते हुए शिक्षण संस्थानों में स्मार्टफोन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। तालिबान के सर्वोच्च नेता शेख हैबतुल्लाह अखुनजादा ने इस नए आदेश को जारी किया है। यह फैसला तालिबान के उन कई फैसलों में से एक है, जो व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर लगाम कसने के लिए लिए गए हैं।
इससे पहले तालिबान ने महिलाओं के लिए भी कड़े नियम लागू किए थे। एक नए आदेश के तहत अब महिलाओं को सार्वजनिक स्थानों पर हमेशा पूरे शरीर को ढककर रखना होगा। उनके कपड़े पतले, तंग या छोटे नहीं होने चाहिए। इसके साथ ही चेहरा ढकना भी अनिवार्य कर दिया गया है।
महिलाओं को गैर-मुस्लिम पुरुषों और महिलाओं के सामने खुद को ढकने का सख्त आदेश है। यहां तक कि महिलाओं की आवाज को भी अंतरंग माना गया है, जिससे वे सार्वजनिक तौर पर गा नहीं सकतीं, न ही उन्हें किसी सभा में बोलने की अनुमति है। महिलाओं को उन पुरुषों को देखना भी मना है जिनसे उनका खून या शादी का रिश्ता नहीं है।
2021 में सत्ता में आने के बाद से तालिबान ने पाप और सदाचार कानूनों के तहत कई सख्त नियम बनाए हैं। एक मंत्रालय भी बनाया गया है, जिसका काम इन नियमों को लागू करना है। इस मंत्रालय को लोगों की व्यक्तिगत जिंदगी पर नजर रखने और नियमों के उल्लंघन पर सजा देने का अधिकार भी मिला है।
तालिबान के इन आदेशों के चलते अफगानिस्तान में लोगों के बीच डर का माहौल बना हुआ है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन आदेशों और उनके लागू करने के तरीकों से अफगानों में भय का माहौल तैयार हो रहा है
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