नई दिल्ली: चीन और अमेरिका के रिश्तों में लम्बे समय से तनाव बना हुआ है. इसी बीच अमेरिका ने चीन को एक बार फिर बड़ा झटका दिया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हाल के समय में अमेरिकी सरकार ने चीन के खिलाफ कई ठोस कदम उठाया है. मीडिया के हवाले से खबर आ रही है […]
नई दिल्ली: चीन और अमेरिका के रिश्तों में लम्बे समय से तनाव बना हुआ है. इसी बीच अमेरिका ने चीन को एक बार फिर बड़ा झटका दिया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हाल के समय में अमेरिकी सरकार ने चीन के खिलाफ कई ठोस कदम उठाया है. मीडिया के हवाले से खबर आ रही है अब अमेरिका ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए चीन की कई दवा कंपनियों को प्रतिबंधित कर दिया है. इन कंपनियों पर आरोप है कि ये दवा कंपनियां ड्रग तस्करी में शामिल हैं.
हाल ही में अमेरिका ने चीन की 25 दवा कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसकी जानकारी अमेरिका के वित्त विभाग ने दी. अमेरिकी वित्त विभाग का कहना है कि चीन स्थित ये कंपनियां बड़ी मात्रा में मेथाफेटामाइ, एमडीएमए और फेंटेनिल जैसी ड्रग्स वितरण करने और बनाने के लिए जिम्मेदार हैं. साथ ही ये कंपनियां नीटाजीन्स और जाइलिन की तस्करी में भी शामिल हैं. जो फेंटनिल बनाने में इस्तेमाल की जाती है. वित्त विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि अमेरिका के भीतर फेंटेनिल ड्रग, मैक्सिको के रास्ते से आता है लेकिन इसे बनाने वाला रसायन चीन से आता है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका ने चीन के 2 नागरिकों पर भी प्रतिबंध लगाया है. अमेरिकी वित्त विभाग के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अमेरिका ने चीन के दु चंगेन और वांग शुशेंग पर प्रतिबंध लगाया गया है. इन दोनों पर आरोप है कि दवा कंपनी की आड़ में ये दोनों ड्रग्स के लिए रसायन बनाने वाली कंपनी स्थापित करने में लोगों की मदद करते हैं. बता दें कि अमेरिका की तरफ से आरोप लगाया गया है कि अमेरिका में कई डार्क वेब वेंडर्स और तस्करों को कच्चे माल की सप्लाई चीन से ही होती है.