नई दिल्ली। सीरिया में बशर-अल-असद सरकार के तख्तापलट के बाद अब विद्रोही गुटों ने मोहम्मद अल बशीर को कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाया है। विद्रोही गुटों के लीडर और हयात तहरीर अल-शाम के प्रमुख अबू मोहम्मद अल-जुलानी ने बताया कि अल बशीर नई सरकार बनने तक प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालते रहेंगे। बशीर 1 मार्च 2025 तक सीरिया के अंतरिम प्रधानमंत्री बने रहेंगे।

सीरिया में विद्रोहियों का राज

बता दें कि सीरिया लगभग-लगभग विद्रोहियों के हाथ में जा चुका है। राजधानी दमिश्क के साथ ही सीरिया के चार बड़े शहर-अलेप्पो, हमा, दारा और होम्स विद्रोहियों के कब्जे हैं. इसके अलावा बाकी अन्य शहरों के भी जल्द ही विद्रोहियों के कब्जे में आने की संभावना है। हालांकि, अभी कुछ हिस्सों में सेना ने अपना कब्जा बनाया हुआ है।

रूस भाग गए राष्ट्रपति असद

वहीं, राष्ट्रपति असद सीरिया छोड़कर रूस जा चुके हैं। असद के बारे में पहले ही संभावना जताई जा रही थी कि वह सीरिया छोड़कर रूस जा चुके हैं। हालांकि पहले इसकी पुष्टि नहीं हुई थी, लेकिन रूस के साथ असद के करीबी रिश्ते को देखते हुए यह दावा किया जा रहा था कि वह वहीं गए होंगे। मालूम हो कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और असद की अच्छी दोस्ती है।

रूस ने असद पर ये कहा

सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद और उनके परिवार को रूस में शरण देने पर क्रेमलिन ने बड़ा बयान दिया। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि असद को शरण देना रूस का निजी फैसला है। इसके साथ ही पेस्कोव ने कहा कि हम असद को दी गई शरण को लेकर आधिकारिक बयान देने के लिए बाध्य नहीं हैं।

इसके साथ ही रूस ने कहा कि असद ने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने से पहले विद्रोह में शामिल कई प्रमुख लोगों से बातचीत की थी। इसके साथ ही रूस ने यह भी दावा किया है कि असद ने बेहद शांति पूर्ण तरीके से सत्ता के हस्तांतरण का निर्देश दिया और फिर वो सीरिया छोड़कर गए।

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