नई दिल्ली। सीरिया में तख्तापलट के बाद पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद ने अपना पहला बयान जारी किया है। रूस में मौजूद असद ने कहा है कि सीरिया अब आतंकवादियों के कब्जे में है। उन्होंने कहा कि मैं सीरिया छोड़ना नहीं चाहता था लेकिन जब उनके बेस पर हमला हुआ, उसके बाद रूसी सेना ने उन्हें वहां से जाने के लिए कह दिया।
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी
असद ने आगे कहा कि उनकी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई रूकने नहीं वाली है। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई जारी रहेगी। बता दें कि इससे पहले 8-दिसंबर को रूस के विदेश मंत्रालय ने बताया था कि बशर-अल-असद ने सीरिया में सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण का आदेश देने के बाद देश छोड़ दिया। पूर्व सीरियाई राष्ट्रपति ने अपने परिवार के साथ रूस की राजधानी मॉस्कों में शरण ली है।
रूस बोला- पुतिन ने अपनी दोस्ती निभाई है
इस बीच सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद और उनके परिवार को रूस में शरण देने पर क्रेमलिन ने बड़ा बयान दिया। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि असद को शरण देना रूस का निजी फैसला है। इसके साथ ही पेस्कोव ने कहा कि हम असद को दी गई शरण को लेकर आधिकारिक बयान देने के लिए बाध्य नहीं हैं।
सीरिया में अब पूरी तरह विद्रोहियों का राज
बता दें कि सीरिया लगभग-लगभग विद्रोहियों के हाथ में जा चुका है। राजधानी दमिश्क के साथ ही सीरिया के चार बड़े शहर-अलेप्पो, हमा, दारा और होम्स विद्रोहियों के कब्जे हैं. इसके अलावा बाकी अन्य शहरों के भी जल्द ही विद्रोहियों के कब्जे में आने की संभावना है।
सीरिया में कार्यवाहक पीएम बनाया गया
सीरिया में बशर-अल-असद सरकार के तख्तापलट के बाद अब विद्रोही गुटों ने मोहम्मद अल बशीर को कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाया है। विद्रोही गुटों के लीडर और हयात तहरीर अल-शाम के प्रमुख अबू मोहम्मद अल-जुलानी ने बताया कि अल बशीर नई सरकार बनने तक प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालते रहेंगे। बशीर 1 मार्च 2025 तक सीरिया के अंतरिम प्रधानमंत्री बने रहेंगे।