सुनीता और बुच के 286 दिनों के अतिरिक्त अंतरिक्ष प्रवास के बाद यह खुलासा हुआ कि नासा के नियमों के तहत अंतरिक्ष यात्रियों को ओवरटाइम वेतन नहीं मिलता. ट्रंप ने कहा 'अगर जरूरत पड़ी, तो मैं अपनी जेब से यह राशि दूंगा. जो कुछ उन्होंने सहा उसके सामने यह कोई बड़ी बात नहीं है.'
Sunita Williams: भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स एक बार फिर सुर्खियों में हैं. हाल ही में 9 महीने के लंबे अंतरिक्ष प्रवास के बाद धरती पर लौटीं सुनीता और उनके सहयोगी बुच विल्मोर के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐसा ऐलान किया है. जिसने हर किसी का दिल जीत लिया. ट्रंप ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह अपनी जेब से दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को ओवरटाइम का वेतन देंगे.
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर पिछले साल जून में बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल के टेस्ट मिशन पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए रवाना हुए थे. यह मिशन महज 8 दिनों का था. लेकिन तकनीकी खराबियों ने इसे 9 महीने की लंबी परीक्षा में बदल दिया. स्टारलाइनर में हीलियम लीक और थ्रस्टर की समस्या के कारण यह अंतरिक्ष यान सितंबर 2024 में यात्रियों के बिना ही धरती पर लौट आया. इसके बाद सुनीता और बुच को स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान ने 19 मार्च 2025 को फ्लोरिडा के तट पर सुरक्षित उतारा.
सुनीता और बुच के 286 दिनों के अतिरिक्त अंतरिक्ष प्रवास के बाद यह खुलासा हुआ कि नासा के नियमों के तहत अंतरिक्ष यात्रियों को ओवरटाइम वेतन नहीं मिलता. उन्हें सिर्फ 5 डॉलर प्रतिदिन का मामूली भत्ता दिया जाता है. जो 286 दिनों के लिए कुल 1,430 डॉलर (लगभग 1 लाख 23 हजार रुपये) बनता है. व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान फॉक्स न्यूज के पत्रकार पीटर डूसी ने ट्रंप से इस बारे में सवाल किया. ट्रंप ने हैरानी जताते हुए कहा ‘मुझे इसकी जानकारी ही नहीं थी. अगर जरूरत पड़ी, तो मैं अपनी जेब से यह राशि दूंगा. जो कुछ उन्होंने सहा उसके सामने यह कोई बड़ी बात नहीं है.’
ट्रंप ने इस मौके पर स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा ‘सोचिए अगर मस्क न होते तो क्या होता? 9-10 महीने बाद शरीर कमजोर पड़ने लगता है. 14-15 महीनों में हड्डियाँ और खून पर बुरा असर पड़ता है. मस्क न होते तो ये अंतरिक्ष में लंबे समय तक फंसे रहते. उन्हें और कौन बचाता?’ मस्क की अगुवाई में स्पेसएक्स ने ड्रैगन अंतरिक्ष यान के जरिए सुनीता, बुच, निक हेग और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोर्बुनोव को सुरक्षित वापस लाया.
सुनीता विलियम्स की यह यात्रा न सिर्फ तकनीकी चुनौतियों की कहानी है. बल्कि मानवीय जज्बे की मिसाल भी है. 9 महीने तक अंतरिक्ष में रहकर उन्होंने कई प्रयोग किए और मुश्किल हालात में भी हिम्मत नहीं हारी. ट्रंप का यह ऐलान उनके संघर्ष को सम्मान देने का एक अनोखा तरीका है. अब सुनीता और बुच धरती पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं और जल्द ही व्हाइट हाउस में ट्रंप से मुलाकात कर सकते हैं.
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