अंतरिक्ष में फंसी सुनीता विलियम्स कितनी सुरक्षित? जानें NASA और ISRO की राय

Sunita Williams Spacecraft: नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) की पायलट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने 5 जून को अंतरिक्ष में उड़ान भरी थी। वे बोइंग के स्टारलाइनर पर सवार होकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर एक रोटेशनल लैब में आई समस्या को ठीक करने गए थे। उनकी वापसी की तारीख 13 जून तय […]

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अंतरिक्ष में फंसी सुनीता विलियम्स कितनी सुरक्षित? जानें NASA और ISRO की राय

Anjali Singh

  • June 30, 2024 4:39 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 months ago

Sunita Williams Spacecraft: नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) की पायलट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने 5 जून को अंतरिक्ष में उड़ान भरी थी। वे बोइंग के स्टारलाइनर पर सवार होकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर एक रोटेशनल लैब में आई समस्या को ठीक करने गए थे। उनकी वापसी की तारीख 13 जून तय थी, लेकिन अब उनकी वापसी की तारीख अनिश्चित है।

ISRO का बयान

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की देरी से वापसी चिंता की बात नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ISS लंबे समय तक लोगों के रहने के लिए सुरक्षित जगह है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस समय सबसे जरूरी बात यह है कि बोइंग स्टारलाइनर नामक नए क्रू मॉड्यूल का सही से टेस्ट किया जाए।

NASA का बयान

NASA ने जानकारी दी है कि इस मिशन को 90 दिनों के लिए आगे बढ़ाया जा रहा है। इसका मतलब है कि अगले 90 दिनों तक दोनों अंतरिक्ष यात्री ISS पर ही रहेंगे। NASA के क्रू कार्यक्रम प्रबंधक स्टीव स्टिच ने कहा कि ISS लंबे समय तक रुकने के लिए सुरक्षित जगह है और हमारे पास पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं ताकि यात्री सुरक्षित रह सकें।

अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को शुरू में आठ दिन के मिशन के लिए भेजा गया था, लेकिन अब उन्हें लंबे समय तक ISS पर रुकना पड़ेगा। हालांकि, NASA ने कहा कि अंतरिक्ष यान के पास यात्रियों की सहायता के लिए पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं, जिससे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। इन सब बातों से यह साफ होता है कि अंतरिक्ष में फंसे दोनों यात्री सुरक्षित हैं और उनकी वापसी की तैयारी में कोई कमी नहीं होगी। ISRO और NASA दोनों ही उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहे हैं।

 

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