नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर बीते दिन अमेरिका के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने गुरुवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मुलाकात की। विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट कर खुद इस बात की जानकारी दी। उन्होंने लिखा है कि सूडान संकट, जी-20 अध्यक्षता और यूक्रेन में मौजूदा घटनाक्रम पर यूएन […]
नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर बीते दिन अमेरिका के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने गुरुवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मुलाकात की। विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट कर खुद इस बात की जानकारी दी। उन्होंने लिखा है कि सूडान संकट, जी-20 अध्यक्षता और यूक्रेन में मौजूदा घटनाक्रम पर यूएन महासचिव से चर्चा हुई। भारत सूडान में एक प्रारंभिक युद्धविराम की दिशा में कोशिशों का पुरजोर समर्थन करता है। हम इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र और अन्य भागीदारों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारी बैठक बहुत अच्छी रही। अधिकांश चर्चा सूडान की स्थिति पर थी। इसके साथ ही हमने जी-20, यूक्रेन समेत कई मुद्दों पर चर्चा की, लेकिन हमारी ज्यादा बातचीत सूडान को लेकर ही हुई। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि सूडान में संयुक्त राष्ट्र युद्ध विराम स्थापित करने के लिए प्रयास कर रहा है, जब तक वहां युद्ध विराम नहीं होगा, तब तक वहां से लोगों का निकलना सुरक्षित नहीं है।
एस जयशंकर ने आगे कहा कि दिल्ली में हमारी टीम सूडान में फंसे भारतीयों के साथ लगातार संपर्क में हैं। हम उन्हें शांत रहने और अनावश्यक जोखिम न उठाने की सलाह दे रहे हैं। हमें वहां स्थिति के ठीक होने का इंतजार करना होगा। भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि हमारे प्रयास जल्द ही कुछ रंग लाएंगे।
बता दें कि सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच जंग छिड़ी हुई है। देश पर नियंत्रण को लेकर दोनों के बीच लगातार संघर्ष जारी है, जिसमें अब तक करीब 200 लोगों की मौत हो गई और 1800 से अधिक घायल हो गए हैं। सेना और अर्धसैनिक बल लगातार एक दूसरे के ठिकानों पर भारी गोलीबारी और हवाई हमले कर रहे हैं। देश में गृह युद्ध जैसे हालात हो गए हैं। इस हिंसा के बीच कई भारतीय नागरिक सूडान में फंसे हुए हैं।