नई दिल्ली, आर्थिक संकट से जूझ रहा श्रीलंका अब सियासी संकट का भी सामना कर रहा है. देश में संकट के बीच पीएम राजपक्षे ने अपना इस्तीफ़ा दे दिया हैं. मौजूदा सरकार द्वारा लिए गए सभी फैसलों से जनता असंतुष्ट नज़र आ रही थी. वहीं दूसरी ओर देश में सरकार समर्थन और विरोधी आपस में […]
नई दिल्ली, आर्थिक संकट से जूझ रहा श्रीलंका अब सियासी संकट का भी सामना कर रहा है. देश में संकट के बीच पीएम राजपक्षे ने अपना इस्तीफ़ा दे दिया हैं. मौजूदा सरकार द्वारा लिए गए सभी फैसलों से जनता असंतुष्ट नज़र आ रही थी. वहीं दूसरी ओर देश में सरकार समर्थन और विरोधी आपस में भीड़ रहे हैं.
श्रीलंका में जारी आर्थिक संकट के बीच पीएम महिंदा राजपक्षे ने अपना इस्तीफ़ा दे दिया हैं. इस दौरान देश में स्थितियां भी बिगड़ती दिखाई दे रही हैं. मौजूदा सरकार विपक्ष की अंतरिम सरकार की मांग के आगे झुक गई है. पिछले एक महीने से गॉल फेस पर प्रदर्शनकारियों ने अपना डेरा जमाया हुआ था. प्रदर्शनकारियों की राष्ट्रपति गोतबाया रापजक्षे से मांग थी कि पीएम महिंदा अपना इस्तीफ़ा दें. दूसरी ओर सोमवार को सरकार का समर्थन कर रहे नागरिक पीएम महिंदा के घर कोलंबो में जमा हो गए थे. उन्होंने पीएम महिंदा को इस्तीफ़ा देने के लिए मना भी किया था.
सोमवार को राजपक्षे भी जनता के सामने अपना पक्ष रखते हुए नज़र आये. जहां उन्होने जाहिर किया कि वह जनता के लिए कोई भी बलिदान देने को तैयार हैं. इसी बीच देश के राष्ट्रपति और पीएम के छोटे भाई पर दबाव बढ़ गया कि वह देश में जनता के मत की सरकार को स्थापित करें. इन सभी अटकलों से इस बात को बल मिला कि जल्द ही श्रीलंका के पीएम राजपक्षे अपना इस्तीफ़ा सौंप सकते हैं, और ऐसा हुआ भी. मालूम हो इस समय श्रीलंका की सरकार पूरी तरह से आर्थिक संकट की समस्या से घिर गई है. जिसे लेकर देश की जनता सरकार पर ख़ास नाराज़गी जाहिर कर रही है.
इसी बीच पीएम राजपक्षे के आवास पर प्रदर्शन कर रहे सरकार विरोधियों और समर्थकों की भीड़ को लेकर सुरक्षा बल काफी सक्रीय है. बता दें, जब श्रीलंका के पीएम राजपक्षे के निवास पर उनके समर्थक पहुंचे ताकि उनके इस्तीफे को रोका जा सके तो सुरक्षा बल भी काफी सावधान हो गए. सरकार के समर्थकों ने भी वहाँ मौजूद अस्थायी तंबुओं में तोड़फोड़ शुरू कर दी. साथ ही प्रदर्शनकारियों पर भी हमले करते दिखे. इसी बीच दोनों पक्षों में जमकर भिड़ंत भी देखी गई. इस दौरान मौके पर घटना को कवर कर रहे पत्रकारों पर भी हमला किया गया. और पुलिस ने अपने पूरे बालों का प्रयोग करते हुए मामले को कुछ हद तक काबू किया. अब उत्तरी, दक्षिणी और मध्य कोलंबो में अगली सूचना तक कर्फ्यू लागू कर दिया गया है.
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