नई दिल्ली। भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका (Sri Lanka) में कुछ दिन पहले आर्थिक मंदी (Economic Crisis) के कारण पैदा हुए राजनीतिक अस्थिरता के कारण सड़कों पर आए लाखों प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) में घुस गए थे. अब इराक (Iraq) में कुछ ऐसा ही हाल देखने को मिल रहा है. जहां भ्रष्टाचार […]
नई दिल्ली। भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका (Sri Lanka) में कुछ दिन पहले आर्थिक मंदी (Economic Crisis) के कारण पैदा हुए राजनीतिक अस्थिरता के कारण सड़कों पर आए लाखों प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) में घुस गए थे. अब इराक (Iraq) में कुछ ऐसा ही हाल देखने को मिल रहा है. जहां भ्रष्टाचार और कुशासन से परेशान लोग को संसद भवन में घुसते देखा गया है.
खबरों के मुताबिक लाखों लोग भ्रष्टाचार और कुशासन का खिलाफ प्रदर्शन कर थे. जिसमें से कुछ लोगों संसद भवन में घुस गए. जहां प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन काफी तोड़-फोड़ भी की है. हालांकि, अब प्रदर्शनकारी इराकी संसद में घुसने के बाद वहां से वापस लौट रहे है.
बता दें कि स्थानीय न्यूज एजेंसियों के मुताबिक बगदाद की संसद में तोड़-फोड़ करने वाले इराकी प्रदर्शनकारी एक प्रभावशाली मौलवी मुक्तदा अल-सदर के समर्थक बताए जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने विरोध के दौरान अपने हाथों में शिया नेता अल-सदर की तस्वीर ले रखी थीं.
हालांकि, इस प्रदर्शन के दौरान किसी तरह की जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है. बताया जा रहा है कि जिस वक्त प्रदर्शनकारी हाई सिक्योरिटी वाले ग्रीन जोन में दाखिल हुए उस वक्त इराकी संसद में कोई भी मौजूद नहीं था. प्रदर्शन के वक्त संसद भवन में सिर्फ सुरक्षाकर्मी तैनात थे, जिन्होंने प्रदर्शनकारियों को संसद भवन के अंदर जाने दिया.
गौरतलब है कि इस बीच इराक (Iraq) के प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कदीमी (Mustafa al-Kadhimi) ने प्रदर्शनकारियों से संसद से वापस लौट जाने का अनुरोध किया है. दरअसल इराकी राजधानी में देश के प्रधानमंत्री पद के लिए मोहम्मद अल सुदानी (Mohammed Al Sudani) के नामांकन को लेकर लोग प्रदर्शन कर रहे हैं.