श्रीलंका: राष्ट्रपति गोटबाया को मालदीव भागने में भारत ने की मदद? जानिए सच्चाई

श्रीलंका:

नई दिल्ली। श्रीलंका इस वक्त आजादी के बाद के अपने इतिहास के सबसे गंभीर आर्थिक और राजनीतिक संकट का सामना कर रहा है। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे संकट में फंसे देश को छोड़कर भाग गए है। वो अपनी पत्नी और दो सुरक्षाकर्मियों के साथ मालदीव चले गए है। इसी बीच श्रीलंका के सोशल मीडिया में दावा किया जाने लगा कि भारत ने राष्ट्रपति गोटबाया को देश छोड़ने में मदद की है। जिस पर अब भारत की ओर से भी प्रतिक्रिया सामने आ गई है।

भारत ने की देश छोड़ने में मदद?

श्रीलंका के सोशल मीडिया में लगातार किए जा रहे दावे पर भारत की प्रतिक्रिया सामने आ गई है। श्रीलंका में स्थित भारतीय उच्चायोग ने कहा कि ये दावे पूरी तरह आधारहीन है। जिनमें ये बताया गया है कि गोटाबाया राजपक्षे के मालदीव भागने में भारत ने मदद की है। उच्चायोग ने आगे कहा कि भारत श्रीलंका की जनता के साथ हैं।

देश में आपातकाल का ऐलान

श्रीलंका में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के देश से भागने के बाद हालात और बिगड़ गए है। जिसे देखते हुए अब देश में इमरजेंसी लगाने की घोषणा कर दी गई है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री ऑफिस की ओर से इसकी घोषणा की गई है। इस वक्त राजधानी कोलंबो में हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर है और फिर से हिंसा शुरू हो गई है।

कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाए गए विक्रमसिंघे

श्रीलंका में राष्ट्रपति के गोटबाया राजपक्षे के देश से भागने से नाराज प्रदर्शनकारी फिर से सड़कों पर उतर आए है और प्रधानमंत्री आवास और संसद भवन को घेरकर नारेबाजी कर रहे है। इसी बीच खबर सामने आ रही है कि रानिल विक्रमसिंघे को देश का कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया है। श्रींलका के कानून के मुताबिक राष्ट्रपति की अनुपस्थिति में प्रधानमंत्री ही कार्यवाहक रूप से पद संभालता है।

देश छोड़कर भागे राष्ट्रपति गोटबाया

बता दें कि इससे पहले मुश्किलों में घिरे श्रीलंका को छोड़कर राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे आज सुबह भाग गए। वो अपनी पत्नी और दो सुरक्षाकर्मियों के साथ श्रीलंका वायुसेना के विमान से मालदीव पहुंच गए है। श्रीलंकाई मीडिया के अनुसार राष्ट्रपति राजपक्षे, उनकी पत्नी और दो अंगरक्षकों ने बुधवार तड़के एंटोनोव -32 (Antonov-32) सैन्य विमान से श्रीलंका के मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी। मालदीव की राजधानी माले पहुंचने पर उन्हें पुलिस सुरक्षा में एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है।

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