नई दिल्ली। श्रीलंका (Sri Lanka) में आर्थिक और राजनीतिक रूप से बने गंभीर हालात संभलने का नाम नही ले रहे हैं. राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) के मालदीव (Maldives) जाने के बाद लोग और आक्रोषित और विरोध प्रदर्शन तेज हो गए है. बड़ी संख्या में बुधवार को प्रदर्शनकारी पीएम हाउस (PM House) में घुस गए […]
नई दिल्ली। श्रीलंका (Sri Lanka) में आर्थिक और राजनीतिक रूप से बने गंभीर हालात संभलने का नाम नही ले रहे हैं. राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) के मालदीव (Maldives) जाने के बाद लोग और आक्रोषित और विरोध प्रदर्शन तेज हो गए है. बड़ी संख्या में बुधवार को प्रदर्शनकारी पीएम हाउस (PM House) में घुस गए थे. अब खबर आ रही है कि प्रदर्शनकारियों ने स्पीकर हाउस के बाहर भी डेरा डाल दिया हैं। कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) ने बुधवार को हालात बेकाबू होते देखकर देश में इमरजेंसी लगाने की घोषणा कर दी थी. इसके साथ ही पश्चिमी प्रांत में कर्फ्यू भी लगा दिया गया.
वहीं यह भी जानकारी के मुताबिक राजपक्षे अब सिंगापुर (Singapore) भागने की फिराक में लगे हुए हैं. न्यूज एजेंसी एएनआई ने बताया कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे माले से सिंगापुर जाने वाली सिंगापुर एयरलाइंस की निर्धारित उड़ान से नहीं जाएंगे.
डेली मिरर ने कहा कि राजपक्षे की अपनी पत्नी इओमा राजपक्षे और दो सुरक्षा अधिकारियों के साथ रात को एसक्यू 437 (SQ437 )पर माले (Male ) से सिंगापुर के लिए रवाना होने की उम्मीद थी, लेकिन सुरक्षा कारणों से वे विमान में नहीं चढ़ पाए. वहीं, मालदीव मीडिया के अनुसार संकटग्रस्त राष्ट्रपति के लिए एक निजी विमान की व्यवस्था करने पर बातचीत चल रही है.
दरअसल, राजपक्षे के देश से भाग जाने के बाद पीएम रानिल विक्रमसिंघे ने बुधवार को अस्थायी अवधि के लिए कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी. बता दें कि 20 जुलाई को संसद द्वारा नए राष्ट्रपति का चुनाव किया जाना है.
बता दें कि श्रीलंका अपनी स्वतंत्रता के बाद से सबसे बेकार आर्थिक संकट से जूझ रहा है। जिसके कारण राजपक्षे को राष्ट्रपति पद से हटाने की मांग को लेकर भारी विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं. शनिवार (9 जुलाई) को हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति आवास पर धावा बोल दिया था लेकिन राजपक्षे उससे पहले ही वहां से भाग गए थे.
Sri Lanka Crisis: रानिल विक्रमसिंघे बनाए गए कार्यवाहक राष्ट्रपति, फिर सड़कों पर उतरी जनता