नई दिल्ली। चाइनीज स्पाई बैलून विवाद अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। अमेरिका की ओर से इस चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराए जाने के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने की अटकलें लगाई जा रही है। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को कहा कि अमेरिका इस […]
नई दिल्ली। चाइनीज स्पाई बैलून विवाद अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। अमेरिका की ओर से इस चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराए जाने के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने की अटकलें लगाई जा रही है। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को कहा कि अमेरिका इस मामले में चीन के साथ किसी भी तरह का टकराव नहीं चाहता है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि अमेरिका चीन के साथ किसी तरह का संघर्ष नहीं चाहता है। हम चीन के साथ पूरी तरह से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, लेकिन उनके साथ टकराव नहीं चाहते हैं और अब तक ऐसा ही हो रहा है। इसके बाद जो बाइडेन ने कहा कि इस घटना से बीजिंग के साथ संबंधों को बड़ा नुकसान नहीं हुआ है।
राष्ट्रपति बाइडने ने इंटरव्यू में आगे कहा कि मैं चीन के साथ अमेरिका और दुनिया के हितों के लिए काम करने को तैयार हूं। लेकिन अगर कोई हमें नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा तो हम अपनी रक्षा जरूर करेंगे। बता दें कि इससे पहले राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा था कि चाइनीज बैलून को मार गिराने की वजह से अमेरिका और चीन के रिश्ते कमजोर नहीं हुए हैं।
गौरतलब है कि बीते दिनों अमेरिका के न्यूक्लियर साइट के ऊपर चाइनीज जासूसी गुब्बारा देखा गया था। जिसे 4 फरवरी को काफी विचार के बाद प्लानिंग के साथ अमेरिकी फाइटर जेट ने मार गिराया था। चीन ने इस सिविल बैलून बताते हुए कहा था कि ये केवल मौसम अनुसंधान कर रहा था, वहीं पेंटागन ने इस एक उच्च तकनीक वाला जासूसी गुब्बारा बताया था।
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