नई दिल्ली: कनाडा की मुसीबत लगातार बढ़ती जा रही है. खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद अब कनाडा की संसद में नाजी सैनिक को आमंत्रित कर सम्मानित करने का मामला तूल पकड़ रहा है. नाजी सैनिक को सम्मानित करने के मामले में कनाडा की संसद के स्पीकर एंथनी रोटा ने इस्तीफा दे दिया है. बता दें कि स्पीकर एंथनी रोटा ने कनाडा के हाउस ऑफ कॉमन्स में पहले पद छोड़ने की बात का विरोध किया था लेकिन बाद में बीते मंगलवार को उन्होंने ओटावा में पार्टी नेताओं से मुलाकात के बाद इस्तीफा दे दिया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एंथनी रोटा ने नाजी सैनिक को सम्मानित करने के मामले में इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने से पहले उन्होंने सांसद को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे अध्यक्ष पद से हट जाना चाहिए. मैं इस पर अपना गहरा खेद दोहराता हूं. रोटा ने कहा है कि उन्हें हुंका के नाजीयों से संबंध के बारे में पता नहीं था. उन्होंने आगे कहा कि इस कार्यक्रम में हुंका को शामिल होने के लिए आमंत्रित करके उन्होंने गलती की. वहीं कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने इस मामले में बीते सोमवार को कहा था कि यह बहुत परेशान करने वाला है कि संसद में ऐसा हुआ.
बता दें कि हाल ही में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कनाडा का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने ने कनाडा की संसद को भी संबोधित किया. जेलेंस्की के संबोधन के दौरान संसद में द्वितीय विश्व युद्ध का हिस्सा रहे एक पूर्व सैनिक यारोस्लोव हुंका को यूक्रेन के नायक की तरह पेश किया गया और उसे सम्मानित किया गया. इस दौरान कनाडा के सभी सांसदों ने खड़े होकर हुंका का अभिवादन किया. हालांकि बाद में जब इस बात का पता चला कि हुंका ने हिटलर की नाजी सेना में भी काम किया है तो हंगामा हो गया. बता दें कि हुंका ने रूस के खिलाफ यूक्रेन की तरफ से युद्ध लड़ा था इस लिए उसे नायक की तरह पेश किया गया.
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