साउथ सूडान में जिस तरह मानवाधिकारों का हनन सेना द्वारा किया गया है वह झकझोर देने वाला है. गृहयुद्ध से जूझ रहे दक्षिणी सूडान में गैंगरेप, हत्या जैसे जघन्य अपराध आए दिन सामने आते हैं. ह्यूमन राइट्स ने शुक्रवार को साउथ सूडान में पांच साल से चल रहे गृहयुद्ध पर ताजा रिपोर्ट जारी की है.
नई दिल्ली. दक्षिणी सूडान में का एक व्यक्ति अपनी मां को अंधा करने वालों की पहचान करने के लिए सैनिकों से बचकर अपने घर पहुंचा. उस व्यक्ति के परिवार के साथ हद से ज्यादा दरिंदगी हुई थी. उसकी बहन के साथ दर्जनों सैनिकों ने रेप किया था. जब उसकी मां ने अपनी बेटी को बचाना चाहा तो उन्होंने उसकी भाले से आंखें फोड़ डालीं और परिवार के मुखिया यानि युवक के पिता का सिर काट डाला था.
युवक की मां ने हैवान बन चुके दर्जनों सैनिकों से अपनी बेटी को बचाना चाहा तो उन्होंने उसकी आंखों में भाला घुसा दिया था. सत्रह वर्षीय लड़की से 17 जवानों ने गैंगरेप किया था. लड़की के पिता की इन हैवानों ने सिर काटकर हत्या कर दी थी. ह्यूमन राइट्स की लेटेस्ट रिपोर्ट में ऐसी कई कहानियां सामने आई हैं. ह्यूमन राइट्स ने शुक्रवार को साउथ सूडान में पांच साल से चल रहे गृहयुद्ध पर ताजा रिपोर्ट जारी की है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि पैगक टाउन के लोगों के लिए वह बहुत भयावह दिन था. वहां लोगों के मानवाधिकारों का दुरुपयोग सैनिकों द्वारा किया गया. लेकिन लोगों को उम्मीद है कि एक दिन उन्हें न्याय मिलेगा. इंटरनेशनल लॉ प्रोफेसर और कमिशन मैंबर एंड्रयू क्लैफाम ने एपी को बताया कि यहां बहुत बुरे तौर पर मानवाधिकारों का हनन किया गया है.
साउथ सूडान की एक महिला ने कमिशन को बताया कि उसके 12 साल के बेटे को दादी की जान लेने की धमकी देकर सेक्स करने के लिए मजबूर किया गया. यह रिपोर्ट अगले साल यूएन ह्यूमन राइट्स काउंसिल जेनेवा में अगले महीने रखी जा सकती है.
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