नई दिल्ली: भारत में भी ऑस्ट्रेलिया की तरह बच्चों के लिए सोशल मीडिया के कुछ सख्त नियम होने चाहिए। कुछ खास तरीकों से पैरेंट होने के नाते आप अपने बच्चे को सोशल मीडिया का लती बनने से रोक सकते हैं। बच्चों को ऑस्ट्रेलिया की सरकार सोशल मीडिया से दूर रखने के लिए कुछ सख्त कदम उठाने को लेकर विचार कर रही है। ऑस्ट्रेलिया में बच्चों की उम्र 14 से 16 साल तक सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने के लिए तय करने के बारे में सोचा जा रहा है। देखा जाए तो आजकल बच्चों की मोबाइल की लत से लगभग सभी मां बाप परेशान हो चुके हैं।
आजकल बच्चे मोबाइल के इतने लती हो गए हैं कि कुछ बच्चे खाना इसे देखे बिना खाना तक नहीं खाते हैं। बच्चें बस पूरे दिन मोबाइल से चिपके रहते हैं। इसके कारण बच्चे ना तो पढ़ाई पर फोकस कर पा रहे हैं औऱ ना ही फिजिकल एक्टिविटी कर पा रहे हैं। मां बाप को बच्चे को मोबाइल से दूर रखने के लिए अपनी तरफ से कुछ खास कदम उठाने चाहिए। मां बाप को कोशिश करनी चाहिए कि वो बच्चे के हाथ में मोबाइल ना दें। यदि ज्यादा जरूरी है तो बच्चे के साथ मोबाइल देखें और उसके बाद मोबाइल रख दें। मां बाप को खुद भी बच्चे को मोबाइल देखने से रोकने के लिए मोबाइल से दूर रहना होगा। अगर सोशल मीडिया पर बच्चा काफी समय बिता रहा है तो उसे इसके साइड इफेक्ट के बारे में बताएं। बच्चे को पढ़ने के घंटे निर्धारित कर दें और इसके साथ साथ मोबाइल देखने यानी स्क्रीन लिमिट का भी वक्त तय कर दें।
सोशल मीडिया पर बच्चे को लगातार ट्रैक करते रहें। पैरेंटल सेटिंग ऐप बच्चे के मोबाइल में डालें। इस ऐप से पता करें कि आपका बच्चा सोशल मीडिया पर क्या देख और सुन रहा है। किन किन लोगो को बच्चा सोशल मीडिया पर फॉलो कर रहा है और किस तरह के वीडियो देख रहा है। इन सब बातों का लगातार पता लगाते रहें। अगर बच्चा फेसबुक पर है तो उसकी पोस्ट और उसके फ्रेंड्स पर हर दिन नजर रखें। मोबाइल से दूर करने के लिए बच्चे को फिजिकल एक्टिविटी करने के लिए लगातार उत्साहित करते रहें। बच्चे को आउटडोर गेम्स के लिए बाहर भेजें। आस पास के दोस्तों के साथ उसके खेलने का वक्त तय करें।
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