नई दिल्ली: दुनियाभर में गर्मी से बेहाल जानवरों की मौत या अचेत होनें की खबरें सामने आ रही हैं. गर्मी से मैक्सिको देश भी अछूता नहीं है. मैक्सिको में गर्मी से हालात इतने बदतर हैं कि, वहां पाए जाने वाले हाउलर बंदर बेहाल होकर मर रहे हैं. मैक्सिको के टबैस्को राज्य में कम से कम […]
नई दिल्ली: दुनियाभर में गर्मी से बेहाल जानवरों की मौत या अचेत होनें की खबरें सामने आ रही हैं. गर्मी से मैक्सिको देश भी अछूता नहीं है. मैक्सिको में गर्मी से हालात इतने बदतर हैं कि, वहां पाए जाने वाले हाउलर बंदर बेहाल होकर मर रहे हैं. मैक्सिको के टबैस्को राज्य में कम से कम 83 हाउलर प्रजाति के बंदरों के शव मिले हैं, व अन्य पांच बंदरों को डाक्टरों की मदद से समय रहते बचा लिया गया है. पांच हाउलर बंदरों की जान बचानें वाले डॉक्टर सर्जियो वालेंजुएला ने कहा, “वह डिहाइड्रेशन और बुखार के साथ गंभीर स्थिति में थे. बंदर चिथड़ों की तरह ढ़ीले हो गए थे. जिसका मुख्य कारण हीटवेव हो सकता है”.
मैक्सिको में भीषण गर्मी की लहर ने मार्च से अब तक कम से कम 26 लोगों की जान ले ली है. पशुचिकित्सक के अनुसार लू के कारण दर्जनों हाउलर बंदरों की मौत हो गई. न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, मृत बंदरों की संख्या सैकड़ों में हो सकती है.
मैक्सिको में बहुत गर्मी है. 9 मई तक मैक्सिको के कम से कम नौ शहरों में रिकॉर्ड तापमान दर्ज किया जा चुका है. सीमावर्ती राज्य तमाउलिपास में स्यूदाद विक्टोरिया में अधिकतम तापमान 117 डिग्री फ़ारेनहाइट (47।2 डिग्री सेल्सियस) दर्ज किया गया है. देशभर में सामान्य से कम बारिश के कारण झीलें और बांध सूख गए हैं. जलापूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है. कई दुकानों ने बर्फ की खरीद पर सीमा लगा दी है.
हाउलर बंदर आमतौर पर बहुत क्रूर होते हैं. उनके पास शानदार शारीरिक संरचना है और कुछ लोग 3 फीट तक लंबे भी हो सकते हैं. नर बंदरों का वजन 30 पाउंड से अधिक होता है और वे 20 साल तक जीवित रहते हैं. इन बंदरों के जबड़े बड़े और दांत नुकीले होते हैं. हालांकि, हाउलर बंदरों की पहचान उनकी शेर जैसी आवाज निकालनें से होती है.