नई दिल्ली: बांग्लादेश में जब से तख्तापलट हुआ है तब से नेशनलिस्ट पार्टी के नेता सलाहुद्दीन अहमद स्वदेश लौट आये हैं. सलाहुद्दीन भारत के मेघालय में नौ साल तक रहे, उसके बाद वह ढाका लौटे. जब वो हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे, तो समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया. साथ ही साथ हजरत […]
नई दिल्ली: बांग्लादेश में जब से तख्तापलट हुआ है तब से नेशनलिस्ट पार्टी के नेता सलाहुद्दीन अहमद स्वदेश लौट आये हैं. सलाहुद्दीन भारत के मेघालय में नौ साल तक रहे, उसके बाद वह ढाका लौटे. जब वो हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे, तो समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया. साथ ही साथ हजरत शाहजलाल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर समर्थकों ने नारेबाजी की. उनके पहुंचने की जानकारी बीएनपी मीडिया सेल के सदस्य सैरुल कबीर खान ने दी.
बता दें कि के मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश के सहायक उच्चायुक्त ने उनका यात्रा पत्र गुवाहाटी में जारी किया था. जैसे ही यात्रा पास जारी हुआ, वैसे ही बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के नेता सलाहुद्दीन अहमद का स्वदेश लौटने का रास्ता भी साफ हो गया.
बता दें कि सलाहुद्दीन अहमद एक दो नहीं, बल्कि 62 दिनों तक लापता रहे थे और उसके बाद 11 मई, 2015 को भारत के मेघालय की राजधानी शिलांग में मिले थे. उन्होंने बिना वैध दस्तावेजों के एंट्री कर ली थी, इसलिए उन्हें भारत में गिरफ्तार किया गया था. इतना ही नहीं उन्हें विदेशी अधिनियम के तहत आरोपित भी किया गया.शिलांग पुलिस ने उनके खिलाफ आरोपपत्र भी दाखिल किये थे.
हालांकि ये माना जाता है कि सलाहुद्दीन अहमद शेख हसीना के कट्टर विरोधी हैं. जैसे ही वह ढाका पहुंचे, वैसे ही उन्होंने बांग्लादेश के युवाओं का आभार जताया और कहा कि देश को दूसरी आजादी दिलाने के लिए आप सभी ने जो योगदान दिया है और जो साहस दिखाया उसे कभी नहीं भूला जा सकता है.