नई दिल्ली, राजनीतिक संकट के बाद अब एक बार फिर पाकिस्तान आर्थिक संकट की ओर बढ़ रहा है. जहां देश में कई मूलभूत वस्तुओं की कमी इस बात की ओर इशारा करती है. इसी बीच भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की सियासत पर इस साल बैठने वाले नवनियुक्त प्रधानमंत्री इस स्थिति पर क्या कहते हैं […]
नई दिल्ली, राजनीतिक संकट के बाद अब एक बार फिर पाकिस्तान आर्थिक संकट की ओर बढ़ रहा है. जहां देश में कई मूलभूत वस्तुओं की कमी इस बात की ओर इशारा करती है. इसी बीच भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की सियासत पर इस साल बैठने वाले नवनियुक्त प्रधानमंत्री इस स्थिति पर क्या कहते हैं आइये आपको बताते हैं. उन्होंने देश में बढ़ रही पेट्रोल डीज़ल की कीमतों को लेकर एक ट्वीट किया है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने इस समय देश में बढ़ते पेट्रोल डीज़ल के संकट को लेकर पिछली सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया है. एक ट्वीट के माध्यम से पीएम शरीफ ने कहा, “पेट्रोल-डीज़ल की क़ीमतों में हुई वृद्धि के कारण देश पर जो असर पड़ेगा, उससे हम भलि-भांति परिचित हैं. पूर्व सरकार की आईएमएफ़ डील (इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड) के कारण सरकार के पास पेट्रोल -डीज़ल के दाम बढ़ाने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं था. हालांकि हम जल्दी ही इस चुनौती से बाहर आ जाएंगे.”
I wonder whether those who struck the worst ever deal with IMF & took patently bad economic decisions have the conscience to face the truth. How can they pretend to be innocent when what the nation is going through is clearly their doing? Details soon https://t.co/6Cjeimgfd1
— Shehbaz Sharif (@CMShehbaz) June 16, 2022
पीएम शरीफ ने आगे लिखा, मुझे यह देखकर ही ताज्जुब होता है कि जिन लोगों ने इतना खराब सौदा किया और आर्थिक मोर्चे पर इतने ख़राब फ़ैसले लिए वे खुद सच्चाई का सामना नहीं कर पा रहे हैं. अब वह निर्दोष होने का आडंबर कैसे कर सकते हैं? जबकि देश के इस बुरे दौर के लिए केवल वह जिम्मेदार हैं.”
बता दें, पाकिस्तान में इस साल पेट्रोल के दाम में प्रति लीटर के हिसाब से 24.03 रुपए बढ़ाए गए हैं. इस समय पाकिस्तान में पेट्रोल की क़ीमत अपने रिकॉर्ड स्तर पर है. जहां नई क़ीमत 233.89 प्रति लीटर हो गई है. पेट्रोल के अलावा डीज़ल भी महंगा हो गया है. जिसपर करीब 59.16 रुपए बढ़ें हैं. अब डीज़ल की नई क़ीमत 263.31 रुपए प्रति लीटर हो गई है.
ऊर्जा की इस कमी के कारण इस समय पाकिस्तान में ऐसे हालात पैदा हो गए हैं कि पिछले महीने जब ईद थी उस दौरान बिजली की आपूर्ति बनाए रखने के लिए उसे स्पॉट मार्केट से करीब 100 मिलियन डॉलर देकर सिर्फ एक एलएनजी शिपमेंट को खरीदा था. विदेशी मुद्रा भंडार में ऐतिहासिक गिरावट के बाद पाकिस्तान ने इस शिपमेंट को खरीदा था. मौजूदा स्थिति की बात करें तो पाकिस्तान के इस समय पावर प्लांट ठप पड़ गए हैं और वहाँ इस भीषण गर्मी में भी 12-12 घंटे से ज्यादा बिजली की कटौती करने की जरूरत पड़ गई है. बता दें, पाकिस्तान के कई हिस्से हीटवेव की चपेट में हैं.
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