Saudi Arabia Women Passport without Consent: सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने बड़ा फैसला करते हुए देश में 21 साल की उम्र से अधिक महिलाओं को बिना महरम( पुरुष अभिभावक) विदेश यात्रा की इजाजत दे दी है. इससे पहले प्रिंस सलमान ने महिलाओं के गाड़ी चलाने पर लगे बैन को हटाया था.
रियाद: सऊदी अरब में अब महिलाएं बिना किसी पुरूष के अकेले विदेश जा सकेंगी. महिलाओं को अकेले यात्रा करने की स्वतंत्रता देने वाले ये कानून शुक्रवार को लागू हुआ है. नए नियम के मुताबिक 21 साल से ज्यादा की उम्र वाली महिलाएं अब विदेश जाने के लिए अकेले अप्लाई कर सकती हैं यानी उन्हें किसी पुरूष की जरूरत नहीं होगी. यही नहीं महिलाओं को बच्चों के जन्म का रजिस्ट्रेशन करवाने, शादी और तलाक रजिस्टर करवाने की भी आजादी मिल गई है.
सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने इतिहास बदलते हुए एक और बड़ा फैसला किया है जिसके तहत महिलाएं बिना महरम यानी पुरुष अभिभावक के बिना इजाजत विदेश यात्रा पर जा सकेंगी. प्रिंस सलमान का यह फैसला उन महिलाओं के लिए एक छोटी जीत समान हैं जो सऊदी में अपने अधिकारों के लिए लंबी लड़ाई छेड़ चुकी हैं. वहीं सऊदी अरब में महिलाओं को अब शादी, तलाक और बच्चे के जन्म के लिए रजिस्ट्रेशन कराने का अधिकार होगा. इससे पहले सऊदी में महिलाओं को इतनी आजादी नहीं दी गई थी.
क्या है नया नियम
सऊदी अरब में महिलाओं को अगर विदेश जाने के लिए पासपोर्ट अप्लाई करना होता था तो उसके लिए अपने पिता, पति, भाई या किसी महरम की इजाजत लेना जरूरी था. पुरुष अभिभावक की परमिशन के बिना महिलाओं को पासपोर्ट नहीं बनाया जाता था. साल 2018 में एक 24 साल की लड़की को विदेश जाने के लिए उसके पिता ने पासपोर्ट बनवाने की इजाजत नहीं दी जिसके बाद उसने अपने पिता के फैसले को चुनौती दी थी. नए बदलाव के अनुसार, 21 साल से ज्यादा उम्र की महिलाएं अब बिना महरम की इजाजत पासपोर्ट बनवा सकेंगी.
बड़े बदलावों की ओर सऊदी
सऊदी अरब अब पहले जैसा पाबंदियों से भरा देश नहीं रहा. जब से मोहम्मद बिन सलमान के हाथ कमान आई है तब से देश में कई बड़े बदलाव देखे गए. कुछ समय पहले सऊदी प्रिंस ने महिलाओं के गाड़ी चलाने पर बैन को हटाकर पूरी दुनिया को चौंका दिया. साल 2016 में एक बयान के दौरान प्रिंस सलमान ने कहा था कि वे आने वाले समय में देश में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं.