Sri Lanka Crisis: नई दिल्ली। आजादी के बाद के अपने इतिहास में सबसे बड़े आर्थिक संकट का सामना कर रहा श्रीलंका इस वक्त गृह युद्ध के मुहाने पर खड़ा है। देश की राजनीति मे घमासान मचा हुआ है। प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं और राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे भी 13 जुलाई को […]
नई दिल्ली। आजादी के बाद के अपने इतिहास में सबसे बड़े आर्थिक संकट का सामना कर रहा श्रीलंका इस वक्त गृह युद्ध के मुहाने पर खड़ा है। देश की राजनीति मे घमासान मचा हुआ है। प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं और राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे भी 13 जुलाई को अपना पद छोड़ने वाले हैं। इसी बीच खबर सामने आ रही है कि विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार की घोषणा हो चुकी है। साजिथ प्रेमदासा विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे। माना जा रहा है कि वर्तमान सरकार से नाराजगी की वजह से जनता का भारी समर्थन साजिथ मिल सकता है।
कोलंबो शहर से सांसद साजिथ प्रेमदास को श्रीलंका की विपक्षी पार्टियों ने अपना संयुक्त उम्मीदवार बनाया है। प्रमेदासा को राजनीति विरासत में मिली है। उनके पिता का रणसिंघे प्रेमदासा भी श्रींलका के राष्ट्रपति रहे चुके है। रणशिंगे 1989 से 1993 तक श्रीलंका के राष्ट्रपति थे। साजिथ ने अपने पिता की हत्या के बाद राजनीति में कदम रखा था।
बता दें कि श्रीलंका के वर्तमान राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे 13 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा देंगे। गोटाबाया जनता के भारी प्रदर्शन को देखते हुए मजबूरी में अपना इस्तीफा दे रहे हैं। उनसे पहले उनके भाई महिंद्रा राजपक्षे ने भी प्रधानमंत्री पद छोड़ चुके है। महिंद्रा ने भी जनता के दबाव में ही इस्तीफा दिया था। इनके बाद रानिल विक्रमसिंघे श्रीलंका के प्रधानमंत्री बने थे। लेकिन जनता के आक्रोश के बाद उन्होंने भी अपना पद छोड़ दिया।
गौरतलब है कि श्रीलंका में राष्ट्रपति पद के लिए 20 जुलाई को चुनाव होगा। श्रीलंकाई संसद के अध्यक्ष यापा अभयवर्धने ने घोषणा की है कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे के बाद 15 जुलाई को औपचारिक प्रक्रिया के लिए संसद बुलाई जाएगी। जिसके बाद कानूनी प्रावधानों का पालन करते हुए 19 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किए जाएंगे और 20 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होगा।
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