नई दिल्ली : विश्व में आतंकवाद का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है. आए दिन कहीं न कहीं आतंकवादी हमला होता रहता है. इसी बीच संयुक्त राष्ट्र संघ की सिक्योरिटी काउंसिल ने रिपोर्ट जारी कर बताया कि विश्व का कुख्यात आतंकी ओसामा बिन लादेन का वफादार सैफ अल आदेल अलकायदा का नया चीफ बन गया है […]
नई दिल्ली : विश्व में आतंकवाद का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है. आए दिन कहीं न कहीं आतंकवादी हमला होता रहता है. इसी बीच संयुक्त राष्ट्र संघ की सिक्योरिटी काउंसिल ने रिपोर्ट जारी कर बताया कि विश्व का कुख्यात आतंकी ओसामा बिन लादेन का वफादार सैफ अल आदेल अलकायदा का नया चीफ बन गया है जो अभी ईरान से ऑपरेट कर रहा है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अयमान अल जवाहिरी की अमेरिका की तरफ से की गई स्ट्राइक में मौत के बाद सैफ अल आदेल को अलकायदा का चीफ चुना गया था. अभी अफगानिस्तान में सत्ता के लिए उठापटक चल रही है इनही कारणों से अलकायदा इसकी घोषणा करने से बच रहा है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जब से अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता आई है तभी से तालिबान विश्व पटल पर अपनी स्वीकार्यता को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. जिसके चलते तालिबान ने अमेरिका के साथ एग्रीमेंट साइन किया था. एग्रीमेंट में लिखा गया था कि वो अपनी सरजमीं पर किसी भी आतंकी संगठन को ऑपरेट नहीं करने देगा. ऐसे में अगर अलकायदा सैफ अल आदेल को नया चीफ घोषित कर देता है तो इसे तालिबान की मुश्किलें और बढ़ सकती है. वहीं अमेरिका ने सैफ अल आदेल पर 82 करोड़ का इनाम घोषित किया है. आदेल इतना खुंखार आतंकी है कि ये केन्या और तंजानिया में अमेरिकी दूतावासों पर हमले की साजिश रच चुका है.
UN सदस्यों का मानना है कि सैफ अल आदेल काफी समय से ईरान में रहने के चलते अलकायदा उसके चीफ बनने पर चुप्पी साधे हुए है. अलकायदा के सदस्यों का कहना है कि ईरान एक शिया बहुत देश है जिसकी कमान शिया क्लेरिक्स के हाथों में है. वहीं अलकायदा एक सुन्नी आतंकी संगठन है.
सैफ अल आदेल अमेरिका पर हमले के लिए ओसामा बिन लादेन को मना किया था. 9/11 हमले से पहले आदेल कंधार शहर का रक्षा प्रमुख था. सैफ अल आदेल ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले का विरोध किया था.
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