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रूस के जेट ने अमेरिकी ड्रोन को गिराया, दो महाशक्तियों के बीच बढ़ा तनाव

नई दिल्ली। यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका और रूस आमने-सामने आ गए है। बता दें,रूस का एसयू- 27 लड़ाकू विमान मंगलवार को एक अमेरिकी सैन्य टोही ड्रोन रीपर से टकरा गया, टकराने के बाद वह ड्रोन काला सागर में गिर गया। इसके अलावा कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रूस ने ही […]

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रूस के जेट ने अमेरिकी ड्रोन को गिराया, दो महाशक्तियों के बीच बढ़ा तनाव
  • March 15, 2023 8:30 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका और रूस आमने-सामने आ गए है। बता दें,रूस का एसयू- 27 लड़ाकू विमान मंगलवार को एक अमेरिकी सैन्य टोही ड्रोन रीपर से टकरा गया, टकराने के बाद वह ड्रोन काला सागर में गिर गया। इसके अलावा कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रूस ने ही अमेरिकी सैन्य टोही ड्रोन को मार गिराया है। इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने की आशंका है। यह घटना तब हुई जब अमेरिका का रीपर ड्रोन और रूस के दो फाइटर जेट SU- 27 काला सागर के ऊपर अंतर्राष्ट्रीय जल सीमा में चक्कर लगा रहे थे।

इसी दौरान रूस का एक जेट जानबूझकर अमेरिकी ड्रोन के सामने आ गया और जेट से तेल गिराने लगा। इस दौरान एक जेट ने ड्रोन के प्रोपेलर को बुरे तरीके से क्षतिग्रस्त कर दिया। यह प्रोपेलर ड्रोन के पीछे लगा हुआ था। प्रोपेलर की क्षति के बाद अमेरिकी सेना को ड्रोन को काला सागर में गिराने पर मजबूर होना पड़ा। बता दें, प्रोपेलर ड्रोन के पंखे की तरह होता है, इसका ब्लेड जब घूमता है तो इससे थ्रस्ट बनता है और ड्रोन को उड़ने में मदद मिलती है।

अमेरिका का बयान

घटना पर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि, मामले पर हमने कड़ी आपत्ति जताने के लिए रूसी राजदूत अनातोली एंटोनोव को तलब किया है। वही अमेरिकी वायुसेना के अधिकारी जनरल जेम्स हेकर ने कहा कि हमारा एमक्यू- 9 विमान अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र के ऊपर नियमित उड़ान पर था। इस दौरान एक रूसी जेट जानबूझकर अमेरिकी ड्रोन के सामने आ गया और टक्कर के बाद वह काला सागर में गिर गया। अधिकारी ने कहा कि मानवरहित ड्रोन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। बता दें, काला सागर वह क्षेत्र है जहां पर रूस और अमेरिका की सीमाएं आपस में मिलती है।

रूस ने क्या कहा ?

वही मामले पर रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसका लड़ाकू विमान अमेरिकी ड्रोन से नहीं टकाराय था, बल्कि ड्रोन पहले ही काला सागर में गिर गया था। रूस ने दावा किया है कि अमेरिकी सैन्य ड्रोन रूसी सीमा पर तेजी से मंडरा रहा था इस दौरान वह खुद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। उसके लड़ाकू विमान ने ड्रोन को गिराने के लिए किसी तरह के हथियार का इस्तेमाल नहीं किया है।

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