नई दिल्ली, रूस की सेना अब यूक्रेन के पूर्वी इलाके दोनाबास में आगे तेजी से बढ़ती नज़र आ रही है. जहां पूर्वी इलाके डोनबास के आधे से अधिक क्षेत्र पर रूस द्वारा नियंत्रण को लेकर हमले तेज हो चुके हैं रूस कर रहा यूक्रेन सैन्यबलों पर जबरदस्त हमले यूक्रेन के पूर्वी इलाके डोनाबास में रूस […]
नई दिल्ली, रूस की सेना अब यूक्रेन के पूर्वी इलाके दोनाबास में आगे तेजी से बढ़ती नज़र आ रही है. जहां पूर्वी इलाके डोनबास के आधे से अधिक क्षेत्र पर रूस द्वारा नियंत्रण को लेकर हमले तेज हो चुके हैं
यूक्रेन के पूर्वी इलाके डोनाबास में रूस की कार्रवाई अब तेज हो चुकी है. जहां सैन्यबल भी तेजी से हमले करता नज़र आ रहा है. रूस द्वारा अब इस क्षेत्र में यूक्रेनी सैन्यबलों के ठिकानों पर लगातार हमले किये जा रहे हैं. एक समाचार चैनल के मुताबिक, रूस की सेनाएं एक ओर लगातार आगे बढ़ रही हैं. इसके अलावा यूक्रेन की रक्षा शक्तियां भी काफी कमजोर पड़ रही हैं. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि मारियुपोल पर कब्ज़े के बाद अब रूस का हौसला और बढ़ गया है.
यूक्रेन के मुख्य शहरों में से एक मारियुपोल पर अब रूस ने अपना कब्ज़ा जमा लिया है. जहां रूस से लोहा ले रहे यूक्रेन के सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया था. इसके अलावा रूस ने एक और दावा यूक्रेन को लेकर किया है. जहां रूस के कुछ अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने उत्तर-पश्चिमी यूक्रेन में हथियारों और सैन्य उपकरणों का एक बड़ा काफ़िला तबाह कर दिया है. जहां यह हथियार पश्चिमी देशों से यूक्रेन पहुंच रहे थे. रूस ने इनपर लंबी दूरी की मिसाइल से हमला किया था. हालांकि रूस के इस दावे की अबतक कोई पुष्टि नहीं की जा सकी है.
जानकारी के अनुसार रूस और यूक्रेन के बीच शहर के अज़ोवस्टल स्टील प्लांट पर मारियुपोल पर कब्ज़े को लेकर लड़ाई चल रही थी. इस लड़ाई में यूक्रेन के सैनिकों ने रूस के आगे आत्मसमर्पण कर दिया. महीने से यूक्रेन की सेना इस प्लांट पर रूस के कब्ज़े को लेकर रक्षा कर रही थी. जहां अब रूस के अधिकारीयों ने इसपर पूर्ण कब्ज़े की घोषणा कर दी है. यह हमला बीते शुक्रवार को हुआ, जहां अब मारियुपोल का नियंत्रण रूस के पास चला गया है. रूस के रक्षा मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 531 यूक्रेनी सैनिक इस प्लांट से चले गए हैं.
रूस द्वारा की गई इस घोषणा की पुष्टि स्वयं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने की है. उन्होंने इस प्लांट में मौजूद आखरी सैनिक बालों को भी निकलने की इजाज़त दे दी गई है. शुक्रवार को यूक्रेन के एक समाचार चैनल पर ज़ेलेंस्की ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा था, ”लड़कों को सैन्य कमांड से साफ़ संकेत मिला है कि वो वहां से जा सकते हैं और अपनी ज़िंदगी सुरक्षित कर सकते हैं.”
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