Russia Ukraine War: नई दिल्ली, यूक्रेन पर हो रहे रूसी हमले (Russia Ukraine War) का आज 10वां दिन है लेकिन रूसी फौज हमला रोकने का नाम नहीं ले रही है. यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जे के लिए रूसी फौज लगातार यूक्रेन के अलग-अलग शहरों पर हमले कर रही है. इस बीच यूक्रेन को नो […]
नई दिल्ली, यूक्रेन पर हो रहे रूसी हमले (Russia Ukraine War) का आज 10वां दिन है लेकिन रूसी फौज हमला रोकने का नाम नहीं ले रही है. यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जे के लिए रूसी फौज लगातार यूक्रेन के अलग-अलग शहरों पर हमले कर रही है. इस बीच यूक्रेन को नो फ्लाइंग जोन घोषित करने से मना करने पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की NATO पर काफी भड़के हुए हैं. उनका कहना है कि पश्चिमी सैन्य गठबंधन ने ऐसा न करके अब कहीं न कहीं रूसी हमलों को आग दी है.
नो-फ्लाइं जोन का मतलब वह इलाका जिसके ऊपर से किसी भी तरह का कोई भी हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर, और लड़ाकू विमान पर पूरी तरह पाबंदी लगाना. अक्सर देखा गया है कि सुरक्षा के मद्देनज़र संवेदनशील इलाकों को सुरक्षा देने के तहत नो फ्लाई ज़ोन घोषित किए जाते हैं. इसके अलावा भी किसी खास मौके पर किसी निश्चित इलाके को नो-फ्लाईंग जोन घोषित किया जा सकता है.
बता दें कि NATO का मानना है कि अगर अमेरिका समेत NATO (The North Atlantic Treaty Organization) के सहयोगी यूक्रेन को नो-फ्लाईं जोन घोषित कर दें तो पहले से जो तनाव और रूसी अतिक्रमण जारी है वह और बढ़ सकता है और माहौल बिगड़ सकता है. ऐसा माना जा रहा है कि जब अमेरिकी फौज रूसी सैनिकों से लड़ रही होगी तो आधिकारिक रूप से विश्व युद्ध की शुरुआत हो सकती है. और ऐसे में रूस परमाणु हमला भी कर सकता है. इसलिए नाटो का कहना है कि वह यूक्रेन को सभी तरह से सहायता प्रदान करेगा लेकिन यूक्रेन को नो फ्लाई जोन घोषित नहीं किया जा सकता.