Russia Ukraine War नई दिल्ली, यूक्रेन पर रूसी आक्रमण (Russia Ukraine War) एक महीने से चल रहा है, लेकिन अब भी रूसी आक्रमकता में कोई नरमी देखने को नहीं मिल रही है. साथ ही, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा अपने परमाणु बलों को विशेष अलर्ट पर रखने के कुछ घंटों बाद रूस ने समुद्र में […]
नई दिल्ली, यूक्रेन पर रूसी आक्रमण (Russia Ukraine War) एक महीने से चल रहा है, लेकिन अब भी रूसी आक्रमकता में कोई नरमी देखने को नहीं मिल रही है. साथ ही, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा अपने परमाणु बलों को विशेष अलर्ट पर रखने के कुछ घंटों बाद रूस ने समुद्र में अपनी न्यूक्लियर पनडुब्बियां उतार दी हैं, इससे यूक्रेन पर न्यूक्लियर खतरा मंडरा रहा है.
बता दें कि रूसी न्यूक्लियर पनडुब्बियां एक साथ 16 बैलिस्टिक मिसाइल को ले जाने में समर्थ है, फिलहाल, इन पनडुब्बियों को उत्तरी अटलांटिक महासागर में तैनात किया गया है. रूस के इस कदम को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि क्रेमलिन अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए किसी भी हद तक जाता नज़र आ रहा है, वहीं, इसपर विशेषज्ञों का कहना है कि पुतिन आक्रामक रणनीति के लिए न्यूक्लियर धमकियां पहले भी देते रहे हैं, 2014 के क्रीमिया युद्ध के दौरान भी उन्होंने ऐसा ही किया था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस ने 3 मार्च से ही अपने न्यूक्लियर हथियारों को हाई अलर्ट पर रखा है, वहीं, मॉस्को ने 22 मार्च को नाटो को धमकी देते हुए कहा था कि अगर नाटो ने सीमा लांघी तो क्रेमलिन न्यूक्लियर हमला करने से पहले एक बार भी नहीं सोचेगा. बता दें क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा था कि अगर रूस के सामने ‘अस्तित्व का खतरा’ खड़ा होता है तो वह परमाणु हथियारों का ज़रूर इस्तेमाल करेगा.
बता दें अब तक ये जंग सिर्फ दोनों देशों तक ही सीमित है, तकरीबन एक महीने से जंग चल रही है. ऐसे में, रूस ने समुद्र में अपनी नुक्लियर पनडुब्बियां तैनात कर दी हैं, जिसके बाद से यूक्रेन पर परमाणु हमले का खतरा मंडरा रहा है.