न्यू यार्क: अल्बनिया ने संयुक्त राष्ट्र संघ में यूक्रेन के चार क्षेत्रों के रूस में विलय की निंदा करने के लिए एक मसौदा लाया है. इस प्रस्ताव पर रूस ने यूएन महासभा से गुप्त मतदान कराने की बात कही। गुप्त मतदान की मांग रूस के गुप्त मतदान की मांग पर भारत ने विपरीत रूख अपनाया […]
न्यू यार्क: अल्बनिया ने संयुक्त राष्ट्र संघ में यूक्रेन के चार क्षेत्रों के रूस में विलय की निंदा करने के लिए एक मसौदा लाया है. इस प्रस्ताव पर रूस ने यूएन महासभा से गुप्त मतदान कराने की बात कही।
रूस के गुप्त मतदान की मांग पर भारत ने विपरीत रूख अपनाया है। भारत ने रूस के गुप्त मतदान की मांग को खारिज करने के लिए मतदान किया है। भारत सहित 100 से अधिक देशों ने रूस के मांग के विपरीत सार्वजिनक वोटिंग का समर्थन किया है। 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा में सोमवार को अल्बानिया ने एक प्रस्ताव पेश किया। अल्बानिया के प्रस्ताव में यूक्रेन के डोनेट्स्क, खेरसॉन, लुहान्स्क और जापोरिज्जिया क्षेत्रों का रूस में विलय करने को लेकर निंदा प्रस्ताव लाया।
रूस ने इस प्रस्ताव पर गुप्त मतदान कराने की मांग की। भारत सहित संयुक्त राष्ट्र के 107 सदस्य देशों ने रिकॉर्ड वोट से रूस की मांग को खारिज कर दिया। वहीं रूस के पक्ष में सिर्फ 13 देशों ने मतदान किया। वहीं, 39 देशों ने इस वोटिंग से दूर रहे।
रूस ने तब अल्बानिया द्वारा लाए प्रस्ताव पर सार्वजनिक वोटिंग के फैसले को अपनाने के निर्णय पर पुनर्विचार की मांग की। महासभा ने भारत सहित 104 देशों द्वारा इस तरह के पुनर्विचार के खिलाफ मतदान करने के बाद प्रस्ताव पर पुनर्विचार नहीं करने का फैसला लिया।
पिछली बार रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के उस प्रस्ताव को वीटो पावर का प्रयोग किया था, जिसे अमेरिका और अल्बानिया ने रूस के “अवैध जनमत संग्रह” की निंदा करने के लिए लाया था। भारत ने पिछले महीने उस वोटिंग में भाग नहीं लिया था।
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