नई दिल्ली: एक साल बाद भी रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस युद्ध ने अब तक कई जानें ले ली हैं. लाखों की तादाद में लोग पलायन करने पर मजबूर हैं. युद्ध के हालात ने दुनिया भर में कठिन स्थितियां पैदा की हैं जिसका असर विश्व अर्थव्यवस्था […]
नई दिल्ली: एक साल बाद भी रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस युद्ध ने अब तक कई जानें ले ली हैं. लाखों की तादाद में लोग पलायन करने पर मजबूर हैं. युद्ध के हालात ने दुनिया भर में कठिन स्थितियां पैदा की हैं जिसका असर विश्व अर्थव्यवस्था पर भी देखने को मिला. आए दिन कोई ना कोई हमला इस युद्ध को बढ़ाने का काम कर रहा है. इसी कड़ी में मंगलवार यानी 28 फरवरी को रूस के दक्षिणी और पश्चिमी क्षेत्रों के अधिकारियों ने हमला होने की जानकारी दी है.
अधिकारियों ने बताया कि यूक्रेन से लगती सीमा के पास और देश के काफी अंदर तक ड्रोन से हमले हुए हैं. हालांकि इन हमलों में किसी भी तरह के हताहत की कोई खबर सामने नहीं आई है. इसके अलावा खबर है कि रूसी टीवी चैनलों और रेडियो स्टेशनों को भी हैक किया गया है साथ-साथ सेंट पीटर्सबर्ग हवाई अड्डे को अस्थायी रूप से बंद किया गया है. इससे यह संदेह पैदा हुआ कि व्यवधान के पीछे कीव का हाथ हो सकता है। रूसी अधिकारियों के बताया कि, सोमवार की रात और मंगलवार की सुबह यूक्रेन की सीमा से सटे रूस के क्षेत्रों में हमले हुए हैं. इन हमलों में देश के काफी अंदर के क्षेत्रों को ड्रोन से निशाना बनाया गया।
इस हमले के दौरान हमले में एक ड्रोन मॉस्को से केवल 100 किलोमीटर की दूरी पर पाया गया है. रूसी राजधानी के गवर्नर आंद्रेई वोरोब्योव ने एक बयान में कहा कि मॉस्को से लगभग 100 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में गुबास्तोवो गांव के पास एक ड्रोन पाया गया है. हालांकि इस ड्रोन से कोई नुकसान नहीं हुआ है. ना ही उन्होंने ड्रोन को यूक्रेनी रूप में बताया है लेकिन इस बात की संभावना है की ड्रोन यूक्रेन की ओर से आया हो. ऐसे में हो सकता है कि ‘एक असैन्य बुनियादी ढांचे’ को निशाना बनाया गया हो. जानकारी के अनुसार सोमवार रात रूस के बेलगोरोद क्षेत्र को भी निशाना बनाया।
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