Russia Ukraine Crisis: नई दिल्ली, रूस यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine Crisis) पर इस समय पूरे देश की नज़र टिकी हुई है, रूसी सैनिक राजधानी कीव में भी घूस गए हैं. वहीं, कीव प्रशासन लोगों से घरों में रहने की अपील कर रही है. दूसरी और, राष्ट्रपति जेलेंस्की भी युद्ध मैदा में डटे हुए हैं. रूस […]
नई दिल्ली, रूस यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine Crisis) पर इस समय पूरे देश की नज़र टिकी हुई है, रूसी सैनिक राजधानी कीव में भी घूस गए हैं. वहीं, कीव प्रशासन लोगों से घरों में रहने की अपील कर रही है. दूसरी और, राष्ट्रपति जेलेंस्की भी युद्ध मैदा में डटे हुए हैं. रूस यूक्रेन के युद्ध को 56 घंटे से ज्यादा गुज़र चुके हैं, इस युद्ध में दोनों तरफ ही खून की नदियां बह रही हैं. रूस अब यूक्रेन की राजधानी कीव में घुस गया है और सीमा की जगह अब सड़को पर जंग की शुरुआत हो चुकी है.
– रूस ने गुरुवार तड़के ही यूक्रेन पर युद्ध का ऐलान कर दिया था. गुरुवार से ही यूक्रेन में तबाही का मंजर है. यूक्रेन पर हो रहे रूसी हमले का आज तीसरा दिन है. रूस अब यूक्रेन की राजधानी कीव गया है, कीव में भीषण गोलाबारी की आवाजें सुनाई दे रही हैं और लोगों के बीच खौफ पसरा हुआ है.
– यूक्रेन में इस समय आलम ये है कि कई लोग जान बचाने के लिए अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की तरफ बढ़ रहे हैं. हालांकि, प्रशासन ने कीव में रूसी और यूक्रेनी सेना के बीच गोलीबारी शुरू होने को लेकर चेतावनी देते हुए लोगों को अपने घरों में ही रहने को कहा है.
– शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन पर रूसी हमले की निंदा करने और युद्ध समाप्त करने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया गया, लेकिन इस प्रस्ताव को रूस ने अपने वीटो पावर का इस्तेमाल करते हुए रोक दिया. वहीं, भारत, चीन और संयुक्त अरब अमीरात ने इस प्रस्ताव के संबंध में मतदान करने से दूरी बना ली.
– रूस यूक्रेन युद्ध पर रूस के खिलाफ अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और यूरोपीय संघ ने कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं. ताइवान ने भी यूक्रेन पर रूस के हमले की निंदा करते हुए कहा कि वो रूस के खिलाफ सभी देशों के समर्थन में है और उस पर लगाए गए प्रतिबंधों का समर्थन करता है.
युद्ध के बीच यूक्रेन वासियों को आश्वासन देते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक वीडियो जारी कर कहाकि राष्ट्रपति सहित सभी बड़े नेता यूक्रेन में हैं और देश को बचाने के लिए लड़ रहे हैं. उन्होंने वीडियो में आगे कहा कि हम देश की स्वतंत्रता के लिए खड़े हैं और उन लोगों का धन्यवाद करते हैं जो इस युद्ध में हमारे हीरो हैं. साथ ही, वोलोदिमीर जेलेंस्की ने नेटो और यूरोपीय देशों पर रूस के खिलाफ अपर्याप्त कार्रवाई को लेकर अपना गुस्सा भी जाहिर किया है. उन्होंने एक वीडियो में तो यहाँ तक कह दिया कि नेटो से जब पूछा जा रहा है कि क्या यूक्रेन नेटो में शामिल होगा तो सारे देश चुप हैं, कोई कुछ नहीं बोल रहा, सब डरे हुए हैं.
जेलेंस्की ने आगे ये भी कहा कि अभी भी युद्ध को रोका जा सकता है अगर यूरोप के देश सही और तेजी से कदम उठाते हैं.
रूस यूक्रेन युद्ध पर भारत ने संतुलित रुख अपनाया हुआ है, भारत ने अभी तक रूस और यूक्रेन में से न तो किसी देश का समर्थन किया है और न ही किसी देश की निंदा की है. हमले के पहले दिन ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की थी. इस बातचीत के दौरान नरेंद्र मोदी ने पुतिन से हिंसा खत्म करने की अपील की थी.