नई दिल्ली: इस समय दुनिया यूक्रेन और रूस के युद्ध के कारण अलग-थलग पड़ी हुई है. रूस अब भारत पर एफएटीएफ में सहयोग करने के लिए दबाव बना रहा है. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रूस ने धमकी दी है कि यदि भारत रूस को FATF की ‘ब्लैक लिस्ट या ‘ग्रे लिस्ट’ में शामिल होने […]
नई दिल्ली: इस समय दुनिया यूक्रेन और रूस के युद्ध के कारण अलग-थलग पड़ी हुई है. रूस अब भारत पर एफएटीएफ में सहयोग करने के लिए दबाव बना रहा है. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रूस ने धमकी दी है कि यदि भारत रूस को FATF की ‘ब्लैक लिस्ट या ‘ग्रे लिस्ट’ में शामिल होने से नहीं बचाता है तो वह रक्षा और ऊर्जा डील को भारत के साथ ख़त्म कर देगा.
बता दें, FATF एक अंतरराष्ट्रीय संस्था जो अंतरराष्ट्रीय वित्तीय अपराध को रोकने का प्रयास करती है. यदि कोई देश FATF के ब्लैक या ग्रे लिस्ट में शामिल हो जाता है तो उसपर निगरानी बढ़ जाती है. साथ ही उस देश को दी जाने वाले वित्तीय सहायता बंद करवा दी जाती है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट बताती है कि भारत ही नहीं पर्दे के पीछे से रूस भारत समेत कई देशों पर उसे FATF की लिस्ट में शामिल होने से बचाने का दबाव बना रहा है. रूस आर्थिक रूप से खुद को बचाने के लिए भारत को धमका रहा है कि वह उसके साथ रक्षा और ऊर्जा सौदों को ख़त्म कर देगा.
बता दें, फरवरी 2023 में FATF ने रूस की सदस्यता रद्द कर दी थी. रूस की सदस्यता को रद्द करते हुए FATF ने कहा था कि वे यूक्रेन में जारी सैन्य कार्रवाई के तहत मूलभूत सिद्धांतों के विपरीत काम कर रहा है. इतना ही नहीं संस्था का कहना था कि रूस की कार्रवाई उकसाने वाली है. इसलिए सदस्यता रद्द करने के बाद से ही FATF रूस को ब्लैक लिस्ट या ग्रे लिस्ट में शामिल करने पर जोर दे रहा है.
रिपोर्ट्स बताती हैं कि इसी महीने की शुरुआत में भारतीय समकक्ष को एक रूसी स्टेट एजेंसी ने चेतावनी दी है. चेतावनी में कहा गया है यदि एफएटीएफ ने रूस को ब्लैक लिस्ट या ग्रे लिस्ट में शामिल किया तो ऊर्जा, डिफेंस और ट्रांसपोर्टेशन क्षेत्र में भारत को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. हालांकि अगर रूस ब्लैक लिस्ट हो जाता है तो भारत, चीन समेत कई देशों को उसके साथ व्यापार करने में मुश्किल होगी.
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