‘परमाणु हथियार वाली संधि तोड़कर रूस ने की बड़ी गलती’- बाइडेन ने पुतिन को धमकाया

नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन का युद्ध पिछले एक साल से जारी है. पिछले साल 24 फरवरी को पहली बार रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था. इसके एक साल बाद भी यूक्रेन रूस के सामने डटा हुआ है. इसी बीच सोमवार (20 फरवरी) को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का अचानक यूक्रेन आना पूरी दुनिया […]

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‘परमाणु हथियार वाली संधि तोड़कर रूस ने की बड़ी गलती’- बाइडेन ने पुतिन को धमकाया

Riya Kumari

  • February 22, 2023 10:31 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन का युद्ध पिछले एक साल से जारी है. पिछले साल 24 फरवरी को पहली बार रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था. इसके एक साल बाद भी यूक्रेन रूस के सामने डटा हुआ है. इसी बीच सोमवार (20 फरवरी) को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का अचानक यूक्रेन आना पूरी दुनिया के लिए हैरान कर देने वाली घटना थी. दोनों देशों के बीच साल भर से जारी जंग में ऐसा पहली बार हुआ जब अमेरिकी राष्ट्रपति पहली बार यूक्रेन आए थे. इस दौरान उन्होंने यूक्रेन को और आर्थिक और सैन्य मदद देने का आश्वासन दिया. हालांकि एक दिन बाद ही रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने उनके इस बयान पर पलटवार किया था. अब पुतिन के बयान के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति का भी एक बयान सामने आया है.

क्या बोले राष्ट्रपति बाइडन?

बुधवार (22 फरवरी) को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका एवं रूस के बीच परमाणु हथियारों की नियंत्रण संधि के आखिरी बचे हिस्से से अपने देश की भागीदारी निलंबित करके ‘बड़ी गलती’ की है. बता दें, जो बाइडन नाटो के पूर्वी हिस्से के सहयोगियों को आश्वस्त करने के लिए पोलैंड पहुंचे थे, इस दौरान उन्होंने सहयोगी देशों को आश्वस्त किया कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद अमेरिका सभी देशों के पक्ष में खड़ा रहेगा। पुतिन की संधि से पीछे हटने की घोषणा के बाद बाइडन ने अपनी पहली टिप्पणियों में रूस के इस फैसले की निंदा की है. बता दें, विश्व पटल पर इस संधि को नई शुरुआत की संज्ञा दी गयी थी।

 

अब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की यह टिप्पणी उस समय आई है जब वह पोलैंड और यूक्रेन की अपनी चार-दिवसीय यात्रा पर हैं. बाइडन ने ये बयान तब दिया जब वह अपनी यात्रा को समेटने के क्रम में ‘बुखारेस्ट नाइन’ के नेताओं के साथ बातचीत कर रहे थे. ‘बुखारेस्ट नाइन’ नाटो गठबंधन के सबसे पूर्वी हिस्से के नौ देशों को कहा जाता है।साल 2014 में यह देश उस वक्त एक साथ आए, जब पुतिन ने यूक्रेन से क्रीमिया को अलग कर दिया था।

क्या बोले पुतिन?

अमेरिकी राष्ट्रपति के यूक्रेन दौरे के ठीक अगले दिन ही राष्ट्रपति पुतिन ने रूस की जनता को संबोधित किया. पुतिन के इस संबोधन पर दुनिया भर के लोगों की निगाहें टिकी थीं जहां उम्मीद लगाई जा रही थी कि पुतिन कुछ बड़ा ऐलान कर सकते हैं. इस दौरान रूसी राष्ट्रपति अमेरिका और पश्चिमी देशों पर बरसते नज़र आए. अपने इस संबोधन में पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देशों ने यूक्रेन में वही खेल खेला है जो इन्होंने सीरिया और ईराक के साथ किया था.

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