नई दिल्ली: बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार का तख्तापलट वहां के अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के लिए किसी बुरे सपने की तरह साबित हुआ है. आरक्षण के विरोध में शुरू हुए छात्र आंदोलन ने प्रधानमंत्री हसीना को सत्ता से तो उखाड़ फेंक दिया लेकिन अब यह अल्पसंख्यक विरोधी आंदोलन बन गया है. RSS-बीजेपी में हुई बैठक […]
नई दिल्ली: बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार का तख्तापलट वहां के अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के लिए किसी बुरे सपने की तरह साबित हुआ है. आरक्षण के विरोध में शुरू हुए छात्र आंदोलन ने प्रधानमंत्री हसीना को सत्ता से तो उखाड़ फेंक दिया लेकिन अब यह अल्पसंख्यक विरोधी आंदोलन बन गया है.
छात्र आंदोलन की कमान छात्रों की जगह इस्लामिक कट्टरपंथियों के हाथ में आ गई है. इस्लामी कट्टरपंथी पूरे देश में अल्पसंख्यक हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं. उनके घर जला रहे हैं, उनकी दुकानों को लूट रहे हैं. उनकी निर्मम तरीके से हत्या कर रहे हैं और फिर जश्न मना रहे हैं.इस बीच राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) ने बांग्लादेशी हिंदुओं की स्थिति पर केंद्र सरकार के बड़े मंत्रियों संग बैठक की है. इस मीटिंग में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह शामिल हुए हैं.
जानकारी के मुताबिक बांग्लादेश के हालात पर रविवार की देर रात नई दिल्ली में भाजपा और आरएसएस की अहम बैठक हुई. यह मीटिंग रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर हुई. बैठक में बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच हिंदुओं की स्थिति पर चर्चा हुई. इसके साथ ही बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाए इसपर भी बात की गई. बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा और आरएसएस की ओर से दत्ता जी होसबोले शामिल हुए.
Bangladeshi Hindu: बलात्कार, हत्या, आगजनी.. बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर 200 से ज्यादा हमले